
बस्ती रामपुर जागीर गांव के बग्गा सिंह के 18 वर्षीय युवक आकाशदीप की नशे की ओवरडोज के कारण रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के पिता बग्गा ने बताया कि उनका बेटा आकाश पिछले 2 सालों से नशा कर रहा था, जिसकी गलत इंजैक्शन लगने से मौत हो गई। बग्गा ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को नशा मुक्ति केंद्र भी भेजा था, जहां से वह कुछ दिन पहले लौटा था और फिर से नशा करने लगा था। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से नशा बेचने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की। बस्ती रामपुर जागीर निवासी बलविंदर सिंह और महिला रीना ने बताया कि उनके पड़ोसी गांव तोती में खुलेआम नशा बिकता है और मां-बेटा नशा करते हैं।
रीना ने नशा बेचने वाले का नाम लेते हुए बताया कि एक महीने में उनके गांव में नशे से 2 मौतें हो चुकी हैं, जबकि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। बलविंदर सिंह ने बताया कि वह भी पहले नशा करता था, लेकिन 1 साल से उसने नशा करना छोड़ दिया है। मृतक आकाश भी उसके साथ तोती के एक घर से नशा खरीदने जाता था और अब भी आकाश की मौत वहीं से नशा लेने के बाद हुई है। उसने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार कुछ नहीं कर रही है और इसकी बिक्री से कोई फर्क नहीं पड़ा है।
गांव बस्ती रामपुर जागीर के सरपंच गुरप्रीत ने बताया कि आकाश रात को घर से गायब हो गया था और तोती से मनियाले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई, जिसकी सूचना किसी ने उसे देखकर दी। पिछले महीने भी इसी तरह के इंजैक्शन से एक लड़के की मौत हो गई थी और इससे पहले पूर्व सरपंच के बेटे की भी इसी तरह मौत हो गई थी।