
हम उनकी आवाज़ उठाने आए हैं।” जिन्हें आज तक न्याय नहीं मिला है।
आम आदमी पार्टी के विधायक गुरदीप सिंह रंधावा ने गुरु नगरी अमृतसर में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस सांसद और पूर्व उप-गृह मंत्री सुखजिंदर रंधावा पर गैंगस्टरों से सांठगांठ करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। गुरदीप रंधावा ने कहा कि “आम लोगों पर अत्याचार करने वाले नेताओं को आज तक न्याय नहीं मिला है।
विधायक गुरदीप सिंह रंधावा ने कहा। 2017 से 2022 तक कांग्रेस सरकार के दौरान डेरा बाबा नानक में क्या हुआ, यह सभी जानते हैं। उस समय जग्गू भगवानपुरिया ने सुखजिंदर रंधावा की बहुत मदद की थी। जग्गू की माँ को सुखजिंदर रंधावा ने सरपंच भी बनाया था। जिसके कारण सारी शक्तियाँ जग्गू की माँ के पास चली गईं। जेल मंत्री और गृह मंत्री रहते हुए, वह गैंगस्टरों की खुलकर मदद करते रहे। आज वे कह रहे हैं कि उन्हें गैंगस्टरों से खतरा है।
मीडिया से बात करते हुए विधायक रंधावा ने:
मुख्तार अंसारी के बारे में भी बात की और कहा कि जब उत्तर प्रदेश सरकार मुख्तार अंसारी को लेने आई, तो ये लोग उसकी मदद करते रहे। उत्तर प्रदेश सरकार ने सुखजिंदर रंधावा से मांग की थी कि हमें गैंगस्टर जग्गू की ज़रूरत है, उसे हमें दे दो। इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट भी गई, लेकिन सुखजिंदर रंधावा नहीं माने। वे बहाने बनाकर जग्गू जैसे गैंगस्टरों को जेल में बंद करके उनकी मदद करते रहे। यही सुखजिंदर रंधावा की असली सच्चाई है।
पप्पू ढिलवां हत्याकांड की जाँच होनी चाहिए और जग्गू भगवानपुरिया को रिमांड पर लिया जाना चाहिए। पप्पू ढिलवां की हत्या करने वाले को रिमांड पर लिया जाना चाहिए। गोल्डी भांगड़ा को भी रिमांड पर लिया जाना चाहिए। जब वह पूरी सच्चाई बता दे, तो सुखजिंदर रंधावा को भी इस मामले में नामजद किया जाना चाहिए। मैं इस मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री से भी बात करूँगा और निष्पक्ष जाँच की माँग करूँगा। मुझे अपने ऊपर लगे आरोपों की परवाह नहीं है। मैंने चुनावों के दौरान जग्गू भगवानपुरिया से कभी मदद नहीं ली। – गुरदीप रंधावा, आप विधायक
गौरतलब है कि जिला पुलिस जेल में बंद गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के संबंध में पहले ही कई एहतियाती कदम उठा चुकी है। सिलचर, असम (जहाँ वह कैद है) के जेल प्रशासन और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो से कई बार लिखित रूप से कड़ी निगरानी और कार्रवाई का अनुरोध किया गया है, ताकि जेल के अंदर से कोई भी अवैध संचार या निर्देश जारी न हो सके। जिला पुलिस बटाला कानून व्यवस्था बनाए रखने और शांति एवं जन विश्वास बनाए रखने के लिए पूरी तरह सतर्क और सक्रिय रहने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराती है।