
Shibu Soren Death: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक शिबू सोरेन का निधन हो गया है। वे दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में लंबे समय से भर्ती थे और सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। शिबू सोरेन को ‘दिशोम गुरु’ के नाम से भी जाना जाता था।
एक महीने से ज्यादा समय से चल रहा था इलाज
शिबू सोरेन जून 2025 से सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली में भर्ती थे। उन्हें ब्रेन स्ट्रोक और किडनी से जुड़ी गंभीर समस्याएं थीं, जिसके चलते उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। करीब एक महीने से ज्यादा समय तक इलाज चलने के बाद सोमवार को उनका निधन हो गया।
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
पूर्व सीएम के निधन की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर गंगा राम अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों से मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उनका पूरा जीवन जनजातीय समाज के कल्याण के लिए समर्पित रहा, जिसके लिए वे सदैव याद किए जाएंगे।@HemantSorenJMM @JMMKalpanaSoren pic.twitter.com/ts5X0C3EiM
— Narendra Modi (@narendramodi) August 4, 2025
राष्ट्रपति और केंद्रीय मंत्री भी पहुंचे थे अस्पताल
कुछ दिन पहले ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अस्पताल में जाकर शिबू सोरेन के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। इस दौरान झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद थे।
तीन बार रहे झारखंड के मुख्यमंत्री
शिबू सोरेन झारखंड के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके थे।
- पहला कार्यकाल: 2005
- दूसरा कार्यकाल: 2008
- तीसरा कार्यकाल: 2009
हालांकि, वे कभी भी अपना मुख्यमंत्री कार्यकाल पूरा नहीं कर सके।
झारखंड आंदोलन के बड़े नेता
शिबू सोरेन का जन्म 11 जनवरी 1944 को झारखंड के रामगढ़ जिले (तत्कालीन बिहार) के नेमरा गांव में हुआ था। उन्होंने बचपन से ही आदिवासियों के हक और अधिकारों के लिए संघर्ष शुरू कर दिया था। उन्होंने धनकटनी आंदोलन शुरू किया, जिसके जरिए आदिवासियों को महाजनों और साहूकारों के शोषण के खिलाफ एकजुट किया गया।
अलग झारखंड राज्य बनाने में अहम भूमिका
झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन ने राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी अगुवाई में JMM ने अलग झारखंड राज्य के गठन में निर्णायक योगदान दिया।
ये रहा राजनीतिक सफर
शिबू सोरेन 1980 से 2019 तक लगातार दुमका से लोकसभा सांसद रहे। इसके अलावा वे राज्यसभा के भी सदस्य रहे। उनका राजनीतिक जीवन पूरी तरह से आदिवासियों और झारखंड आंदोलन के इर्द-गिर्द रहा।
3 दिन का राजकीय शोक घोषित
शिबू सोरेन के निधन पर झारखंड सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उनके योगदान और संघर्ष को झारखंड हमेशा याद रखेगा।