शिक्षा विभाग की समयबद्धता को लेकर उठ रहे सवालों के बीच एक नया मामला सामने आया है, जिसमें गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, लाडोवाल के 16 स्टाफ सदस्यों जिनमें प्रिंसिपल के अलावा 15 अध्यापक शामिल हैं, को करीब 2 महीने पुरानी चेकिंग के आधार पर अब जाकर विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि ये नोटिस सेक्रेटरी एजुकेशन की ओर से जारी किए गए हैं।
इस पूरे प्रकरण में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जहां अध्यापकों की देरी महज कुछ मिनटों की रही होगी, वहीं शिक्षा विभाग ने इस पर जवाबतलबी करने में ही करीब 2 महीने का वक्त लगा दिया। अब यह सवाल चर्चा का विषय बन गया है कि क्या विभाग सिर्फ अध्यापकों से ही समय की पाबंदी की उम्मीद करता है, जबकि खुद उसकी कार्यप्रणाली लेट-लतीफ़ बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, करीब 2 महीने पहले डीईओ एलिमेंट्री रविंदर कौर ने स्कूल में औचक निरीक्षण किया था। जांच में पाया गया कि कुछ स्कूल स्टाफ समय पर नहीं पहुंच रहा था। डीईओ ने तत्काल रिपोर्ट बनाकर डीपीआई के निर्देशानुसार विभाग को भेज दी थी। इसके बावजूद विभाग ने जवाबतलबी के लिए नोटिस भेजने में 2 महीने लगा दिए।