
तरणतारण की विजिलेंस टीम ने रिश्वतखोरी के एक मामले में दो सरकारी कर्मचारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर एक किसान से 2 कनाल घरेलू ज़मीन की रजिस्ट्री करवाने के बदले ₹37,000 रिश्वत लेने का आरोप है। पकड़े गए आरोपियों में एक रजिस्ट्रेशन क्लर्क (आर.सी. क्लर्क) और एक वसीका नवीस शामिल हैं।
गांव भिखी के रहने वाले किसान गुरभेज सिंह ने विजिलेंस विभाग को शिकायत दी थी कि वह पिछले दो महीनों से अपनी 2 कनाल 2 मरले ज़मीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए तहसील दफ्तर के चक्कर काट रहा है, लेकिन उसकी फाइल पास नहीं की जा रही थी। गुरभेज सिंह का आरोप था कि वसीका नवीस मलकियत सिंह ने उससे ₹32,000 की रिश्वत मांगी और कहा कि यह पैसे आर.सी. क्लर्क स्विंदर सिंह को देने हैं।
विजिलेंस टीम ने बुधवार शाम तहसील कॉम्प्लेक्स में ट्रैप लगाकर मलकियत सिंह को ₹32,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। पकड़े गए पैसों में सभी नोट ₹500 के थे। इसके अलावा, मलकियत सिंह ने किसान से ₹5,000 और लिए थे, जो तहसील में किसी और को देने थे। मलकियत सिंह ने विजिलेंस टीम और आर.सी. क्लर्क स्विंदर सिंह की मौजूदगी में माना कि ये पैसे स्विंदर सिंह की मांग पर लिए गए थे।
विजिलेंस विभाग ने दोनों मुलज़िमों को गिरफ्तार कर ₹37,000 की रिश्वत की पूरी रकम बरामद कर ली है। गुरुवार सुबह दोनों आरोपियों को तरणतारण की अदालत में पेश किया जाएगा। डीएसपी शरणजीत सिंह ने बताया कि यह कार्रवाई डीजीपी पंजाब विजिलेंस और एसएसपी अमृतसर लखबीर सिंह के आदेशों के तहत की गई। विभाग की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है।