
(अर्चना सेठी) आगामी स्वतंत्रता दिवस के शांतिपूर्ण उत्सव को सुनिश्चित करने के लिए, पंजाब पुलिस ने विशेष “ऑपरेशन सील-18” चलाया। इसका उद्देश्य सीमावर्ती इलाकों से आने-जाने वाले सभी वाहनों की सघन जांच कर समाज विरोधी तत्वों, नशा तस्करों और अन्य अपराधियों पर पैनी नज़र रखना था।
डीजीपी गौरव यादव के निर्देशानुसार सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक सभी ज़िलों में एक साथ यह कार्रवाई की गई। सीमावर्ती ज़िलों के एसएसपी को रणनीतिक स्थानों पर साझा नाके लगाने और गज़टेड अधिकारियों/एसएचओ की निगरानी में अधिक से अधिक पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए।
स्पेशल डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अरपित शुक्ला ने बताया कि 10 अंतर्राज्यीय सीमावर्ती ज़िलों — पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाज़िल्का, रूपनगर, एसएएस नगर, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा — में 71 एंट्री/एग्ज़िट प्वाइंट पर मज़बूत नाके लगाए गए। इन पर 600 से अधिक पुलिसकर्मी, इंस्पेक्टर/डीएसपी की निगरानी में, तैनात थे।
इस दौरान 2,464 वाहनों की जांच हुई, 286 चालान काटे गए और 9 वाहन ज़ब्त किए गए। पुलिस ने 4 एफआईआर दर्ज कर 9 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
नशा विरोधी अभियान के 161वें दिन 403 स्थानों पर छापेमारी की गई, 57 एफआईआर दर्ज की गईं और 87 नशा तस्कर पकड़े गए। इसके साथ ही अब तक की कुल गिरफ्तारी संख्या 25,264 हो गई। ज़ब्त माल में 2.2 किलोग्राम हेरोइन और 2.1 किलोग्राम अफीम शामिल है।
79 गज़टेड अधिकारियों की निगरानी में 1,200 से अधिक कर्मियों वाली 180 पुलिस टीमों ने कार्रवाई की और 433 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि राज्य सरकार की तीन-स्तरीय रणनीति — एन्फोर्समेंट, डी-एडिक्शन और प्रिवेंशन (ई डी पी ) — के तहत पंजाब पुलिस ने ‘डी-एडिक्शन’ भाग में आज 54 व्यक्तियों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास उपचार के लिए राज़ी किया है।