HEALTH TIPS: कई बार ऐसा होता है कि रात को अच्छी नींद लेने के बाद भी सुबह उठते समय शरीर थका-थका या भारी लगता है। नींद पूरी होने के बावजूद कमजोरी महसूस होना कोई सामान्य बात नहीं है। यह आपके स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं की ओर इशारा कर सकता है।
- पोषण की कमी
अगर शरीर को जरूरी विटामिन, मिनरल और पोषण सही मात्रा में नहीं मिलता है तो थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।
- खून की कमी (एनीमिया)
- हीमोग्लोबिन का स्तर कम होना
- थायरॉयड की समस्या
- डिप्रेशन
ये सभी स्थितियां सुबह उठने के बाद भी शरीर को भारी और कमजोर बना सकती हैं।
- स्ट्रेस और नकारात्मक विचार
रात को नींद आने के बावजूद अगर दिमाग में तनाव या नकारात्मक विचार चलते रहते हैं, तो सुबह उठते ही थकान महसूस होती है।
- दिमाग का रिलैक्स न होना
- स्ट्रेस और टेंशन
- चिंता से भरे विचार
ये सब मिलकर नींद के बाद भी थकान और मानसिक बोझ का कारण बनते हैं।
- उठने में आलस और ब्रेन फॉग
कुछ लोग सुबह उठते ही वापस सोने का मन करते हैं। ऊर्जा की कमी रहती है और फ्रेशनेस महसूस नहीं होती।
- उठने में परेशानी
- दिमाग सुस्त लगना (ब्रेन फॉग)
- ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत
- भूलने की समस्या
यह लक्षण ज्यादा तनाव या मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानी की ओर इशारा करते हैं।
- लाइफस्टाइल और आदतें
- व्यायाम की कमी: अगर शरीर एक्टिव नहीं रहता तो एनर्जी भी कम रहती है।
- डिहाइड्रेशन: पानी की कमी से शरीर थका हुआ महसूस करता है।
- खानपान की गड़बड़ी: जंक फूड या अनहेल्दी डाइट से शरीर को सही पोषण नहीं मिलता।
- हॉर्मोनल समस्याएं: जैसे हाइपोथायरॉयडिज्म या इंसुलिन रेजिस्टेंस, जिनमें शरीर सुस्त और थका हुआ महसूस करता है।
- कब करें डॉक्टर से सलाह?
अगर लंबे समय तक सुबह उठने पर थकान, कमजोरी और भारीपन महसूस हो तो इसे नजरअंदाज न करें। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
- लगातार थकान रहना
- दिमाग में धुंधलापन (ब्रेन फॉग)
- कमजोरी और सुस्ती खत्म न होना
ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
क्या करें:
संतुलित और पोषण से भरपूर डाइट लें। रोजाना हल्का-फुल्का व्यायाम या योग करें। पर्याप्त पानी पिएं। तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन और रिलैक्सेशन की आदत डालें।