इंटरनेशनल डेस्क। फ्रांस ने मंगलवार को औपचारिक रूप से फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दे दी। यह घोषणा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संयुक्त राष्ट्र (UN) की मिडिल ईस्ट पीस प्रोसेस की बैठक के दौरान की।
और किन देशों ने मान्यता दी?
पिछले 36 घंटों में ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और पुर्तगाल भी फिलिस्तीन को देश मान चुके हैं। भारत ने तो पहले ही 1988 में फिलिस्तीन को मान्यता दे दी थी। अब तक कुल 152 देश फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र मानते हैं। यानी, संयुक्त राष्ट्र के करीब 78% सदस्य देश फिलिस्तीन के पक्ष में हैं।
किन देशों ने अब तक मान्यता नहीं दी?
इजरायल और अमेरिका फिलिस्तीन को अभी भी मान्यता नहीं देते। इटली और जापान ने भी फिलिस्तीन को मान्यता देने से इनकार किया है।
इसी वजह से इटली में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
इटली में फिलिस्तीन समर्थकों का प्रदर्शन
इटली के मिलान शहर में सैकड़ों प्रदर्शनकारी काले कपड़े पहनकर सेंट्रल रेलवे स्टेशन में घुस गए। उनके हाथों में लाठियां थीं और उन्होंने पुलिस पर स्मोक बम, बोतलें और पत्थर फेंके। स्टेशन के अंदर कई जगह आगजनी और तोड़फोड़ की गई। सरकारी इमारतों और संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प
पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस झड़प में 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। अब तक 10 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
ट्रेन और पोर्ट सेवाएं ठप
मिलान और रोम में हुई हिंसा के बाद इटली ने ट्रेन सेवाएं रोक दीं। कई जगहों पर पोर्ट भी बंद कर दिए गए। दक्षिण इटली के नेपल्स पोर्ट टाउन, जहां से बड़ा व्यापार होता है, वहां भी सड़कों पर जाम लगाने की कोशिश हुई।
प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी का बयान
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा कि उन पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के प्रदर्शन किए जा रहे हैं। उन्होंने साफ़ किया कि इटली का रुख अभी नहीं बदलेगा। मेलोनी की सरकार फिलिस्तीन को मान्यता देने के पक्ष में नहीं है।