पंजाब सरकार द्वारा सरकारी दफ्तरों के समय में किए गए बदलाव के चलते कई प्रकार के लाभ होंगे जिनमें ईंधन की खपत में भारी कटौती, बिजली बचत व प्रदूषण नियंत्रण दूसरे राज्यों के लिए प्रेरणास्रोत साबित होंगे। सरकार द्वारा 2 मई से 15 जुलाई तक (75 दिन) के लिए समय में बदलाव करते हुए सरकारी दफ्तर खुलने का समय सुबह 7.30 से दोपहर 2.30 तक किया गया है। इस बदलाव से पंजाब प्रतिदिन 350 मैगावाट बिजली की बचत करेगा। वहीं चंडीगढ़ एयरपोर्ट रोड में अस्त-व्यस्त ट्रैफिक के सुचारू होने से प्रतिदिन 7500-8000 लीटर डीजल-पैट्रोल की बचत होगी जिसकी लागत 7-8 लाख से अधिक बनती है।इसके मुताबिक पंजाब में सरकारी दफ्तरों के समय में बदलाव से 5 करोड़ से अधिक का फ्यूल (पैट्रोल-डीजल) बचेगा व वातावरण को होने वाले दुष्प्रभावों में भारी कमी आएगी।
वहीं 350 मैगावाट बिजली की बचत से पंजाब को प्रतिदिन 3.36 करोड़ की बचत होगी। समय में बदलाव 75 दिनों के लिए निर्धारित किया गया है, इसमें छुट्टियां इत्यादि निकाल कर 50 दिनों के हिसाब से बचत को देखा जाए तो पंजाब करीब 168 करोड़ रुपए की बिजली बचा लेगा। पंजाब रोड सेफ्टी एंड ट्रैफिक रिसर्च सैंटर (पी.आर.एस.टी.आर. सी.) द्वारा दफ्तरी समय में हुए बदलाव के कारण ट्रैफिक में कमी पर किए गए विश्लेषण से हैरानीजनक तथ्य सामने आए हैं। इसके मुताबिक साहिबजादा अजीत सिंह नगर की 18 किलोमीटर लम्बी एयरपोर्ट रोड (पी.आर.-7) पर पीक ऑवर्स के दौरान सफर करने में 30 से 40 मिनट लगते थे जोकि अब कम होकर 5-6 मिनट तक रह गए हैं। इस विश्लेषण के मुताबिक एयरपोर्ट रोड पर प्रदूषण में कमी आई है। वही लोगों का आवागमन आसान हुआ है। सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम बेहद प्रभावी साबित हो रहा है। अनुमान के मुताबिक पीक ऑवर्स के दौरान एयरपोर्ट रोड पर एक घंटे के दौरान 7000 वाहन आवागमन करते हैं। इनमें दोपहिया वाहन 25 प्रतिशत, कारें इत्यादि 64 प्रतिशत व बाकी बचे 11 प्रतिशत में कमर्शियल व अन्य वाहन शामिल हैं।
ट्रैफिक में कमी दूसरे शहरों के लिए रोल मॉडल : डॉ. असीजा
पंजाब सड़क सुरक्षा व यातायात अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डॉ. नवदीप असीजा के मुताबिक एयरपोर्ट रोड के ट्रैफिक में आई कमी दूसरे शहरों के लिए रोल मॉडल साबित होगी। सरकार के इस कदम से लोगों को बड़ी राहत मिली है। तेल की बचत के आंकड़े केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली व इंडियन रोड्स कांग्रेस द्वारा अलग-अलग वाहनों के लिए चलने की लागत पर आधारित है। ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक आवागमन के समय में कटौती से लोगों को बड़ी राहत मिली है।