देश में फर्जी जी.एस.टी. फर्में बनाकर टैक्स चोरी की जा रही है। इसी को रोकने के लिए सरकार द्वारा फर्मों की फिजिकल वैरिफिकेशन का काम शुरू किया गया है। इसके तहत फर्मों की वेरिफिकेशन की जाती है और जो फर्जी फर्में होती हैं उनका खुलासा किया जाता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जालंधर में भी करीब 40 हजार फर्मों की वेरिफिकेशन के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। ये सभी फर्में रजिस्टर्ड हैं इनकी वेरिफिकेशन करने के बाद फर्जी फर्मों का भंडाफोड़ किया जाएगा। आपको बता दें कि अभी तक केवल जालंधर जिला-1, जालंधर-2 और जालंधर-3 की फर्मों की वेरिफिकेशन के निर्देश जारी किए गए हैं। व्यापारियों द्वारा जी.एस.टी. नंबर लेने के समय जो दस्तावेज जारी किए गए थे उनकी वेरिफिकेशन की जाएगी। अगर कोई भी दस्तावेज गलत पाया जाता है तो तुरंत उस व्यापारी का जी.एस.टी. नंबर कैंसल कर दिया जाएगा। दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक अकाउंट, पैन कार्ड, एड्रेस सहित कई अन्य दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी। केंद्र और राज्य जी.एस.टी. विभाग ने टैक्स चोरी रोकने के लिए ही ये तरीका अपनाया है।