Ludhiana : दूध हमारे जीवन का अहम हिस्सा है और हर दिन हम बच्चों से लेकर बूढ़े तक इसका सेवन करते हैं। लेकिन आजकल बाजार में मिलावटी या नकली दूध बेचने वाले लोगों की वजह से हमारी सेहत ख़तरे में है। ऐसे लोग लोगों को भयानक बीमारियों से गुज़ार करवा सकते हैं। इसलिए, हमारे बीच जागरूकता फैलाने के लिए विश्वविद्यालय ने एक शिविर आयोजित किया है, जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने घर बैठे दूध का निःशुल्क नमूना परीक्षण करा सकता है।
हमारी टीम ने इस कैंप में जांच की और पता चला कि अब तक करीब 130 सैंपल आ चुके हैं, लेकिन चिंताजनक है कि करीब 30 फीसदी सैंपल की रिपोर्ट फेल आ रही है। यह समस्या जल्द से जल्द संधारित होनी चाहिए ताकि लोग सुरक्षित दूध प्राप्त कर सकें और हमारी सेहत बनी रहे।
इस संबंध में यूनिवर्सिटी के डीन आरएस सेठी से बात की गई और उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी ने एक बड़ा प्रयास किया है। लोगों को जागरूक करने के लिए दूध के नि:शुल्क सैंपल जांचे जा रहे हैं। अब तक करीब एक सौ तीस सैंपल आ चुके हैं, जिनमें से 30 फीसदी सैंपल फेल मिले हैं। यह डेटा काफी चौंकाने वाला है। उन्होंने बताया कि शिविर के समापन के बाद इसकी जानकारी सरकार को दी जाएगी। उन्होंने दूध व्यवसायियों से अपील की कि वे सफेद दूध के कारोबार को भी सफेद ही रहने दें। वे सरकार से एक हाईटेक प्रयोगशाला की मांग कर रहे हैं जिससे मुफ्त नमूनों की जांच की जा सके।