एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित आवासीय विद्यालय की वार्डन सहित चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, क्योंकि वहां पंजीकृत कुल 100 छात्राओं में से केवल 11 रात में औचक निरीक्षण के दौरान परिसर में मौजूद पाई गईं। मंगलवार।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि सोमवार की रात कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय परसपुर का निरीक्षण किया गया।
डीएम ने कहा, “वहां कुल 100 छात्राएं पंजीकृत हैं, लेकिन स्कूल में केवल 11 छात्राएं ही उपस्थित पाई गईं। 89 छात्राओं की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर वार्डेन सरिता सिंह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सकीं।”
डीएम ने कहा, “यह गंभीर लापरवाही है। आवासीय बालिका विद्यालय इस तरह से नहीं चल सकते।” उन्होंने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) प्रेम चंद यादव ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश पर स्कूल वार्डन, एक पूर्णकालिक शिक्षक, एक चौकीदार और एक प्रांतीय रक्षा दल (पीआरडी) जवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। संबंधित धाराओं के तहत रात में गेट ड्यूटी पर।
बीएसए ने बताया कि इसके साथ ही कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है, जबकि ड्यूटी पर तैनात गार्ड के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए जिला युवा कल्याण अधिकारी को अलग से पत्र लिखा गया है।