ब्रिटेन के दूसरे सबसे बड़े शहर बर्मिंघम ने अपने आप को दिवालिया घोषित कर दिया है। विपक्षी लेबर पार्टी द्वारा संचालित बर्मिंघम सिटी काउंसिल ने इस वित्तीय संकट के लिए समान वेतन दावों की लागत (950 मिलियन डॉलर) और नई आईटी प्रणाली के खर्च को ज़िम्मेदार ठहराया है। सिटी काउंसिल ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य खर्चों पर रोक लगा दी है।