वर्मोंट: 27 नवंबर (डेस्क न्यूज़9 पंजाब) बर्लिंगटन में फिलिस्तीनी मूल के तीन कॉलेज छात्रों को गोली मारकर घायल कर दिया। जांचकर्ताओं को संदेह है कि यह नफरत से प्रेरित अपराध था। पुलिस और संघीय एजेंट उस बंदूकधारी की तलाश कर रहे हैं, जिसने पिस्तौल से वर्मोंट विश्वविद्यालय के पास सड़क पर तीन को गोली मार दी और फिर भाग गया। पुलिस ने बताया कि दो घायल अमेरिकी नागरिक हैं और तीसरा वैध अमेरिकी निवासी है। सभी करीब 20 साल के हैं। पुलिस ने कहा कि हमले के समय दो लोगों ने मध्य पूर्वी पोशाक का पारंपरिक काला और सफेद चेकदार दुपट्टा केफियेह पहना हुआ था।
एक गैर-लाभकारी फिलीस्तीनी समर्थक संगठन, इंस्टीट्यूट फॉर मिडिल ईस्ट अंडरस्टैंडिंग के अनुसार जब हमला किया गया तो पीड़ित अरबी बोल रहे थे, जिसमें यह भी कहा गया कि हमलावर ने चिल्लाना और परेशान करना शुरू करने के बाद तीन लोगों पर गोलियां चला दीं। उसने बिना कुछ कहे चार गोलियां चलाईं। गोलीबारी की यह घटना ऐसे समय में हुई है जब नवीनतम लहर के बाद से अमेरिका भर में इस्लाम विरोधी और यहूदी विरोधी घटनाओं में वृद्धि हुई है
इजराइल-फिलिस्तीनी रक्तपात 7 अक्टूबर को मध्य पूर्व में शुरू हो गया था।
पीड़ितों के परिवारों ने पहले दिन में एक संयुक्त बयान जारी कर अधिकारियों से गोलीबारी की जांच घृणा अपराध के रूप में करने का आग्रह किया, जैसा कि अमेरिका स्थित वकालत समूह अमेरिकी-अरब भेदभाव विरोधी समिति (एडीसी) ने किया था। परिवारों ने पीड़ितों की पहचान रोड आइलैंड में ब्राउन यूनिवर्सिटी के छात्र हिशाम अवतानी के रूप में की। किन्नन अब्देल हामिद, पेंसिल्वेनिया के हैवरफोर्ड कॉलेज के छात्र; और तहसीन अहमद, जो कनेक्टिकट में ट्रिनिटी कॉलेज में पढ़ते हैं। परिवारों ने कहा कि तीनों इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में एक निजी क्वेकर माध्यमिक विद्यालय, रामल्ला फ्रेंड्स स्कूल से स्नातक हैं।