कपूरथला के फगवाड़ा में बेअदबी के शक में निहंग के हाथों कत्ल हुआ युवक हरियाणा के सोनीपत का निकला। पुलिस जांच में उसका नाम विशाल सामने आया है। वह सोनीपत के एक अनाथालय में रहता था।
वह मानसिक रूप से परेशान था। पंजाब पुलिस जांच करते हुए इस अनाथालय में पहुंची और यहां से विशाल से जुड़ा रिकॉर्ड अपने साथ ले गई
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विशाल से पुलिस को कुछ फोन नंबर मिले थे। जांच में पता चला कि वह हरियाणा से इश्यू हुए थे। यह नंबर सोनीपत के निकले। इन्हीं में से एक नंबर सोनीपत के अनाथालय का था।
पुलिस अब इस मामले की जांच में जुटी है कि वह सोनीपत से फगवाड़ा कैसे पहुंचा। फिर वह गुरुद्वारे में ही क्यों आया?। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को कुछ CCTV भी मिले हैं, जिनके जरिए विशाल के बारे में कई अहम बातें पता चली हैं।
वहीं इस मामले में कपूरथला की SSP वत्सला गुप्ता ने बताया कि विशाल जन्म से दिल्ली के पश्चिमपुरी का रहने वाला था। उनके पिता का नाम स्वर्गीय दविंदर कपूर है। अपने शुरुआती वर्षों के दौरान, वह 8-10 वर्षों तक फगवाड़ा में रहा था।
फिर वह अपनी दादी के साथ दिल्ली चला गया। कुछ समय वह दादी के साथ रहा। दादी की मौत के बाद वह दिल्ली की सड़कों पर निराश्रित व्यक्ति के रूप में रहने लगे। जहां उन्हें दिल्ली के ही एक गैर सरकारी संगठन ने हरियाणा के सोनीपत में अनाथालय रखवा दिया।
ADGP Law and Order
ADGP लॉ एंड ऑर्डर गुरिंदर सिंह ढिल्लो ने कहा कि निहंग मंगूमठ ने पब्लिसिटी के लिए के लिए उक्त युवक की हत्या की थी। एसजीपीसी द्वारा मामले में पुलिस को निष्पक्ष जांच के करने का आग्रह किया था। जिसके बाद इसका खुलासा हुआ। बेअदबी को लेकर युवक से कुछ पूछताछ हो पाती, उससे पहले उसकी हत्या कर दी गई। जिससे मंगू के आरोपों की बात पुलिस को संदिग्ध लग रही है। उसे कोर्ट में पेश कर 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
हत्या से पहले और बाद में VIDEO बनाए
निहंग रमनदीप सिंह मंगू मठ ने युवक की मंगलवार सुबह 3 बजे हत्या की थी। कत्ल के बाद कहा गया कि युवक बेअदबी करने के लिए गुरुद्वारे में आया था। मंगू मठ लुधियाना का रहने वाला है लेकिन उस रात फगवाड़ा के गुरुद्वारा चौरा खूह साहिब में रुका था। पुलिस को बताया गया कि युवक रात 10 बजे गुरुद्वारे में घुसा।
वह गुरुद्वारे के बाथरूम में छिप गया। जब इसका पता चला तो सेवादारों ने उसे बाहर निकलने को कहा तो उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। बाद में दरवाजा खुला तो उसने निहंगों पर हमला कर दिया। जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई।
हालांकि निहंग मंगू मठ ने युवक के जिंदा और मुर्दा के 2 वीडियो बनाए। पहले वीडियो में वह युवक से पूछताछ करता दिखा। जिसमें युवक ने कहा कि उसे बेअदबी के लिए यहां भेजा गया है लेकिन उसने कुछ गलत नहीं किया। दूसरे वीडियो में विशाल की लाश जमीन पर पड़ी है और मंगू मठ खुलकर कबूल रहा है कि उसने बेअदबी करने आए युवक की हत्या कर दी।
पुलिस ने गैर इरादतन हत्या की FIR की
निहंग ने विशाल की हत्या के बाद खुद कबूला कि उसने इसे मारा है। हालांकि हत्या के बाद निहंगों के जमा होने से माहौल तनावपूर्ण देख पुलिस ने निहंग मंगू मठ पर गैर इरादतन हत्या के आरोप में IPC की धारा 304 के तहत केस दर्ज किया। इसका मतलब कि निहंग की मंशा उसे कत्ल करने की नहीं थी। वहीं मरने वाले युवक पर भी बेअदबी के आरोप में IPC की धारा 295A के तहत केस दर्ज किया गया था।
हालांकि ADGP जीएस ढिल्लो का कहना था कि कपूरथला की SSP वत्सला गुप्ता की निगरानी में SP गुरप्रीत सिंह की जांच टीम बनाई गई है। जांच के दौरान निहंग पर धाराएं बढ़ानी पड़ी तो और बढ़ाई जाएंगी।
फूल बरसाकर कराया गया निहंग का सरेंडर
विशाल के कत्ल के बाद निहंग रमनदीप मंगू मठ ने लाश को अंदर ही फेंक दिया और खुद को गुरुद्वारे के अंदर बंद कर लिया। इस वारदात का पता चलते ही भारी पुलिस फोर्स वहां पहुंची। पुलिस के दबाव में लाश बाहर निकाली गई। इसके बाद दोपहर में निहंग ने भी सरेंडर कर दिया। जिस वक्त वह पुलिस की गाड़ी के पास आया, उसके ऊपर बेअदबी के दोषी को सजा देने की बात कहकर फूल बरसाए जा रहे थे।
मैनेजर का दावा, सेल्फ डिफेंस में मारा
गुरुद्वारे के मैनेजर रणजीत सिंह ने दावा किया कि युवक ने निहंग पर हथियार से हमला किया। अपने बचाव में निहंग के हाथों उसकी हत्या हो गई। उन्होंने ये भी कहा कि युवक बेअदबी करने आया था, यह कार्रवाई सेल्फ डिफेंस में हुई है।