2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी राम रहीम और हनीप्रीत के कहने पर की गई थी। एक धर्म प्रचारक की कथा के बाद राम रहीम के फोटो वाले लॉकेट जमीन पर फेंके जाने की घटना के बाद यह पूरी साजिश रची गई।
इस बात का ख़ुलासा बरगाड़ी बेअदबी कांड के आरोपी प्रदीप कलेर ने SIT को दिए बयान में सनसनीखेज खुलासा किया हैं।
20 फरवरी को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास चंडीगढ़ को अंडर सेक्शन-164 के तहत प्रदीप कलेर ने बयान दर्ज करवाए थे। इसके बाद उसने SIT को बयान दर्ज करवाए। जिसमें बताया कि नाभा जेल में मारा गया महेंद्रपाल बिट्टू बेअदबी की साजिश को अंजाम देने वालों की अगुआई कर रहा था। जुलाई 2020 से फरार चल रहे आरोपी प्रदीप कलेर को 9 फरवरी 2024 में SIT ने गुरुग्राम से पकड़ा था। उसके बयान अब चंडीगढ़ अदालत में दर्ज हुए।
प्रदीप कलेर के इन बयानों के बाद पंजाब पुलिस की SIT अब बेअदबी के मास्टरमाइंड के तौर पर राम रहीम के साथ हनीप्रीत को भी नामजद करने की तैयारी की जा रही है।
आरोपी डेरा प्रेमियों की मांग पर बरगाड़ी बेअदबी कांड से संबंधित तीनों मामलों की सुनवाई पंजाब से बाहर चंडीगढ़ में चल रही है। ऐसे में आरोपी प्रदीप कलेर के बयान भी अब चंडीगढ़ अदालत में दर्ज किए गए हैं। हालांकि, डेरा मुखी की मांग पर हाईकोर्ट ने गत दिनों उक्त मामले के ट्रायल पर रोक लगाई हुई है।
आरोपी प्रदीप कलेर ने SIT को दिए बयान में सनसनीखेज खुलासा
प्रदीप कलेर के मुताबिक मैं 1987 से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हूं। साल 2014 में मुझे डेरे के राजनीतिक विंग का अध्यक्ष बनाया गया। मेरा काम नेताओं से मिलना होता था। मुझे इसका अध्यक्ष डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम ने बनाया था।
मार्च या अप्रैल 2015 में मुझे दिल्ली जाना था। मुझे राम रहीम से मिलने बुलाया गया। जब मैं वहां गया तो राम रहीम, हनीप्रीत, राकेश कुमार उर्फ राकेश दिड़बा, संदीप बरेटा, हर्ष धूरी, महेंद्रपाल बिट्टू कोटकपूरा, गुलाब और गुरलीन उर्फ राकेश कुमार मौजूद थे। महेंद्रपाल ने बाबा को बताया कि बुर्ज जवाहर सिंह वाला में धर्म प्रचारक हरजिंदर सिंह मांझी ने एक कथा की थी। उससे प्रेरित होकर बाबा (राम रहीम) को मानने वाले लोगों ने राम रहीम की फोटो वाले लॉकेट को जमीन में फेंक दिया। यह सुनते ही हनीप्रीत गुस्से में आ गई। वह बोली, यह लॉकेट जब फेंके तो आपने कुछ क्यों नहीं किया। फिर बाबा राम रहीम और हनीप्रीत ने कहा, ईंट का जवाब पत्थर से दो। वहां मौजूद राकेश और बिट्टू ने कहा कि वह तो प्रचारक है, और सिखों की निशानी तो गुरु ग्रंथ साहिब हैं। इसके बाद हनीप्रीत ने गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की बात कही। बाबा राम रहीम ने कहा कि जो हनीप्रीत कह रही है, उसे जल्द से जल्द करो।
महेंद्रपाल बिट्टू डेरा सच्चा सौदा पंजाब की 45 मेंबर वाली कमेटी का सदस्य था। उसकी ड्यूटी लगाई कि अपनी टीम से जल्द से जल्द यह काम कराओ। उस वक्त मैं इनके पीछे खड़ा था। बाबा ने मुझे बोला कि बेटा तुम्हारा क्या काम है। मैंने बताया कि मुझे दिल्ली जाना है। उन्होंने कुछ लोगों से मिलने के लिए कहा। फिर मैं आ गया।
मुझे और मेरे परिवार को राम रहीम-हनीप्रीत से खतरा
मुझे और मेरे परिवार को अब धमकी आ रही है। बाबा राम रहीम, हनीप्रीत, राकेश दिड़बा और अन्य लोग मुझे मरवा सकते हैं। पहले भी महेंद्रपाल बिट्टू की नाभा हाई सिक्योरिटी जेल में मौत हो चुकी है। मेरी फैमिली जिसमें मेरी पत्नी, बेटी, पापा, मम्मी और रिश्तेदारों को डेरा प्रमुख से डर है। वह उनकी हत्या करा सकते हैं।
बेअबदी कांड के आरोपी के रूप में पकड़े गए डेरे की 45 सदस्यीय कमेटी के सदस्य महिंद्रपाल बिट्टू की नाभा के हाई सिक्योरिटी सेल में 22 जून 2019 को दो आरोपियों ने हत्या कर दी है। जबकि, नेशनल कमेटी से जुड़े तीन सदस्यों हर्ष धुरी, प्रदीप कलेर और संदीप वरेटा के खिलाफ केस दर्ज हुआ था, उक्त तीनों आरोपियों में से फिलहाल अभी तक प्रदीप कलेर की गिरफ्तारी हो पाई है।
दूसरी ओर डेरा प्रेमियों के केसों की पैरवी करने वाले एडवोकेट केवल बराड़ ने कहा कि एसआईटी राजनीतिक दबाव के चलते झूठी कहानियां बना रही है।