प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली शराब नीति केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। ED की टीम गुरुवार शाम 7 बजे केजरीवाल के घर 10वां समन और सर्च वारंट लेकर पहुंची थी।
इससे पहले ED ने केजरीवाल को 17 मार्च को 9वां समन भेजा था। केजरीवाल 19 मार्च को समन के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे थे। उनकी याचिका पर 20 मार्च को सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने बार-बार समन भेजने को लेकर ED को तलब किया।
शराब नीति केस में केजरीवाल को 2 नवंबर 2023 को समन भेज इस के बाद 21 दिसंबर 2023 और इस साल 3 जनवरी, 17 जनवरी, 2 फरवरी, 22 फरवरी, 26 फरवरी,और फ़िर 27 फरवरी को समन भेज गया था। हालांकि वे एक बार भी पूछताछ के लिए नहीं गए।
इस मामले में पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया 13 महीने और AAP नेता संजय सिंह 6 महीने से जेल में हैं। इस बीच दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के सीएम बने रहेंगे। जेल से सरकार चलाएंगे। इधर, केजरीवाल की लीगल टीम ने सुप्रीम कोर्ट में अपील कर फौरन सुनवाई की मांग की।
केजरीवाल गिरफ्तार होने वाले पहले सिटिंग सीएम हैं। इससे पहले झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को ED ने गिरफ्तार किया था। सोरेन ने ED की हिरासत में राजभवन जाकर इस्तीफा दिया था।
केजरीवाल दिल्ली के सीएम बने रहेंगे, जेल से चलाएंगे सरकार, हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी से राहत देने से इनकार कर दिया
हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी से राहत देने से इनकार
इससे पहले गुरुवार को दोपहर 2.30 बजे हाईकोर्ट ने दिल्ली सीएम की गिरफ्तारी पर रोक लगाने वाली याचिका खारिज कर दी। केजरीवाल ने कोर्ट से ये भरोसा मांगा था कि अगर वे पूछताछ के लिए ED जाते हैं तो उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाए। कोर्ट ने साफ किया कि केजरीवाल को ईडी के सामने पेश होना होगा, उनकी गिरफ्तारी पर रोक नहीं है।
आंध्र प्रदेश से YSR Congress के सांसद निवासलु रेड्डी के बेटे राघव जो साउथ ग्रुप के पार्टनर थे. के सरकारी गवाह बन जाने पर केजरीवाल का जेल जाना लगभग तह था