आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। इसी बीच भाजपा ने 6 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। वहीं किसानों द्वारा विरोधी स्वर उठाए जा रहे हैं। इसके लिए किसान संगठनों ने अपने कार्यकर्ताओं को आह्वान करना शुरू कर दिया है कि जब भाजपा नेता गांवों का दौरा करें तो उनका मुकाबला करें और गांवों में उचित स्थानों पर फ्लेक्स बोर्ड लगाना शुरू करें, जिससे पार्टी के नेताओं को गांवों में आने से परहेज करने के लिए सचेत किया जा सके।
इस दौरान पंजाब के कई जिलों के किसानों ने भाजपा नेताओं को इलाके में वोट न मांगने की चेतावनी दी है। किसानों का कहना है कि ”यदि आप किसानों को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने देंगे, तो वे आपके नेताओं को गांवों में प्रवेश नहीं करने देंगे।” प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने पोस्टर पकड़े हुए थे जहां जिसमें खनौरी बॉर्जर पर जान गंवाने वाले किसान शुभकरण सिंह की तस्वीरें थीं और साथ ही बॉर्डर पर प्रीतपाल सिंह पर हुए हमले के भी पोस्टर थे। किसानों द्वारा भाजपा के खिलाफ विरोध जताया जा रहा है और उन्होंने निर्णय किया है कि वह भाजपा नेताओं के गांवों में घुसने नहीं देंगे। पंजाब के ग्रामीण इलाकों में भाजपा के खिलाफ अलग-अलग तरीकों से पोस्टर लगने शुरू हो गए हैं क्योंकि अलग-अलग किसान संगठन केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के प्रति अपना विरोध प्रदर्शित करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। किसान संगठनों का दावा है कि वे 2020-21 में पंजाब में भाजपा के लिए बनाई गई स्थिति से भी बदतर स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।