दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल में इंसुलिन इंजेक्शन नहीं दिए जाने के आरोपों के बाद एलजी. विनय कुमार सक्सेना ने तिहाड़ जेल के डीजी से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है. साथ ही आश्वासन दिया गया है कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के प्रति कोई लापरवाही नहीं बरती जायेगी. बता दें कि गुरुवार को केजरीवाल का शुगर लेवल बढ़ गया था. आप नेताओं ने कहा था कि केजरीवाल की जान को खतरा है.
इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केजरीवाल के वजन को लेकर तिहाड़ जेल प्रशासन से सवाल किया था. इस मामले में तिहाड़ जेल की ओर से कहा गया कि जेल पहुंचने के बाद उसके वजन में कोई कमी नहीं आई है. वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता पिछले दो दिनों से लगातार अरविंद केजरीवाल के बढ़ते शुगर लेवल पर चिंता जता रहे हैं.
जेल प्रशासन पर आरोप आम आदमी पार्टी के मंत्रियों समेत नेताओं ने तिहाड़ जेल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उनका शुगर लेवल बढ़ने के बावजूद उन्हें इंसुलिन के इंजेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं, जो उनके लिए बेहद खतरनाक है. इसके बाद दिल्ली के एलजी ने मामले में दखल दिया और तिहाड़ जेल प्रशासन से रिपोर्ट मांगी. मंत्रियों और आप नेताओं के बयानों पर आधारित रिपोर्ट पर एलजी वीके सक्सेना ने गंभीर चिंता जताई है। एलजी ने आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
ED ने कोर्ट में खाने को लेकर चिंता जताई
इससे पहले यह चिंता ईडी के वकील ने माननीय न्यायालय में उठाई थी। कि माननीय न्यायालय के आदेश के अनुसार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मधुमेह के कारण जेल में केवल घर का बना खाना ही मिल रहा है। लेकिन केजरीवाल इसका गलत फायदा उठा रहे हैं. केजरीवाल घर से लाए खाने में मिठाई और आम खा रहे हैं. साथ ही घर में बनी मीठी चाय भी पी रहे हैं. जबकि मुख्यमंत्री जानते हैं. कि उन्हें डायबिटीज की समस्या है। ईडी के मुताबिक ये सब कोर्ट से जमानत लेने के लिए किया जा रहा है.