नगर निगम शहवासियों को सेहत व अन्य सुविधाएं प्रदान करने के बड़े-बड़े दावे करते नहीं थकता, परंतु सच्चाई किसी से छुपी नहीं है। वहीं दूसरी ओर निगम प्रशासन की एक और लचरता सामने आई है, जिससे लोगों की जान खतरे में पड़ी हुई है और निगम प्रशासन इस ओर अवगत होते हुए भी अंजान बना बैठा है। ये सारा मामला शहर में फिर से घूम रहे आवारा व खूखांर कुत्तों को लेकर है। आजकल शहर में कई हज़ारों की संख्या में आवारा व खूखांर कुत्ते खुलेआम घुमते दिखते हैं, जिससे लोग काफी आतंकित हुए बैठे हैं। बता दें कि विगत वर्ष इस आतंक का पर्याप्य बनी समस्या से निपटने के लिए निगम प्रशासन ने आवारा कुत्तों की नसबंदी करने की मुहिम छेड़ी थी और इस प्रति एक प्राइवेट फर्म को ठेका दिया था, परंतु अब समय रहते उक्त समस्या ने फिर से फन उठा लिया है। यह आवारा कुत्ते इतना खूंखार है कि यह व्यक्तियों, महिलाओं का क्या बुजुर्गों व बच्चों तक को नोच डालते है। ग्रीन एवेन्यू तीनों ब्लॉक, रणजीत एवेन्यू पांचों ब्लॉक, सुल्तानविंड रोड के सघन क्षेत्र, नवी आबादी, हाऊसिंग बोर्ड कालोनी, खंडवाला, छेहर्टा, रानी का बाग, पुतलीघर, ग्वालमंडी, फतेह सिंह कालोनी व और भी कई अन्य क्षेत्रों में इन आवारा व खूंखार कुत्तों ने अपना आतंक फैला रखा है। यहां के क्षेत्रवासियों के अलावा यहां से गुजरने वाले राहगीर व वाहनचालक भी इससे खौफ के साए में रहने को मजबूर है।