लोकसभा चुनाव में भाजपा को उत्तर प्रदेश सहित कुछ राज्यों में अपेक्षा के अनुरूप नतीजे जरूर नहीं मिले, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ी रही। कांग्रेस व आम आदमी पार्टी (आप) मिलकर भी दिल्ली में भाजपा का विजय रथ रोक नहीं पाई और दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर लगातार तीसरी बार कमल खिला।
यह जरूर रहा कि गठबंधन के प्रत्याशियों से सीधा मुकाबला होने के कारण भाजपा उम्मीदवारों की जीत का अंतर पिछले चुनाव के मुकाबले कम रहा। फिर भी आइएनडीआइ गठबंधन प्रत्याशियों की तुलना में 11.27 प्रतिशत अधिक वोट मिला। दिल्ली में पहली बार किसी दल ने लगातार तीसरी बार सातों सीटें जीत कर क्लीन स्वीप की है।
सातों सीटों पर खिला कमल
- योगेंद्र चांदोलिया (भाजपा) उत्तर पश्चिमी दिल्ली मत मिले: 8,62,154 जीत का अंतर: 2,90,849
- मनोज तिवारी (भाजपा) उत्तर पूर्वी दिल्ली मत मिले: 8,24,451 जीत का अंतर: 1,38,778
- कमलजीत सहरावत (भाजपा) पश्चिमी दिल्ली मत मिले: 8,42,658 जीत का अंतर: 1,99,013
- रामवीर सिंह विधूड़ी (भाजपा) दक्षिणी दिल्ली मत मिले: 6,92,832 जीत का अंतर: 1,24,333
- प्रवीण खंडेलवाल (भाजपा) चांदनी चौक मत मिले: 5,16,496 जीत का अंतर: 89,325
- हर्ष मल्होत्रा (भाजपा) पूर्वी दिल्ली मत मिले: 6,64,819 जीत का अंतर: 93,663
- बांसुरी स्वराज (भाजपा) नई दिल्ली मत मिले: 4,53,185 जीत का अंतर: 78,370
आक्रामक प्रचार ने दिलाई जीत
भाजपा ने आक्रामक तरीके से दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार को केंद्र में रखते हुए चुनाव प्रचार किया। साथ ही अपनी रैलियों और रोड शो के दौरान सभाओं के माध्यम से केंद्र सरकार की नीतियों को भी लोगों तक पहुंचाया।
वहीं, आप ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आबकारी घोटाले में जेल में होने को मुद्दा बनाया और जेल का बदला वोट से। अभियान के तहत मतदाताओं से अपील की कि वोट देकर उन्हें जेल से निकालें, लेकिन आप का यह चुनावी अभियान विफल रहा।
दो महिलाएं पहुंचीं संसद
लंबे अर्से के बाद दिल्ली से दो महिला प्रत्याशी एक साथ लोकसभा पहुंची हैं। पश्चिमी दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी कमलजीत सहरावत आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी महाबल मिश्रा को हराकर संसद पहुंची हैं। वहीं, बांसुरी स्वराज भी संसद पहुंचने में कामयाब रही हैं।
बड़े अंतर से पराजित हुए कांग्रेस के प्रत्याशी
कांग्रेस ने प्रदेश इकाई की असहमति के बावजूद कन्हैया कुमार को उत्तर पूर्वी दिल्ली और उदित राज को उत्तर पश्चिमी दिल्ली से टिकट दिया था। वहीं, चांदनी चौक से पूर्व सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जेपी अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया था। ये तीनों प्रत्याशी बड़े अंतर से पराजित हुए।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बने सांसद
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह विधूड़ी ने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर दक्षिणी दिल्ली सीट से गठबंधन के आप प्रत्याशी सहीराम पहलवान को करीब सवा लाख मतों से पराजित किया।
आप विधायक हारे
कांग्रेस के साथ गठबंधन में अपने कोटे की चार सीटों में से तीन पर आप ने अपने विधायकों को टिकट दिया था। नई दिल्ली से सोमनाथ भारती, पूर्वी दिल्ली से कुलदीप कुमार और दक्षिणी दिल्ली से सहीराम पहलवान को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया था।
चौथी सीट पर कांग्रेस से आप में आए पूर्व सांसद महाबल मिश्रा को पार्टी ने पश्चिमी दिल्ली से टिकट दिया था। चारों प्रत्याशी चुनाव हार गए।