भाजपा उम्मीदवार रवि किशन गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र तो जीते ही, सभी विधानसभाओं में भी विजय पताका फहराने में कामयाब रहे हैं। आइएनडीआइ गठबंधन से सपा प्रत्याशी काजल निषाद से उनकी जीत के अंतर एक लाख तीन हजार 432 में सबसे बड़ी भागीदारी शहर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने निभाई।
उन्होंने सर्वाधिक 47,614 मतों से इसी विधानसभा में जीत दर्ज की। ठीक इसके उलट बांसगांव लोकसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार कमलेश पासवान को तीन विधानसभाओं के मतदाताओं ने नकार दिया। सिर्फ दो विधानसभाओं चौरीचौरा और रुद्रपुर के मतदाता उनकी जीत की नैया के खेवनहार साबित हुए।
आइएनडीआइ गठबंधन से कांग्रेस उम्मीदवार सदल प्रसाद से कमलेश पासवान के जीत का अंतर सबसे अधिक चौरीचौरा में 16,273 और रुद्रपुर में 14,636 है। लेकिन, कमलेश अपना गढ़ बांसगांव नहीं बचा पाए। यहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा। यहां सदल ने उन्हें 9243 मतों से शिकस्त दी।
बांसगांव से ही सटी हुई चिल्लूपार विधानसभा में कमलेश, सदल से 10376 मत तो बरहज विधानसभा में 7632 मत से पिछड़ गए। गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र की एकमात्र विधानसभा, ग्रामीण में समाजवादी पार्टी की काजल निषाद ने रवि किशन को कड़ी टक्कर दी। यहां से रवि किशन सिर्फ 3092 वोट की ही बढ़त बना सके।
रवि किशन को एक लाख 13 हजार 300 वोट मिले तो काजल को एक लाख 10 हजार 208 मत मिले। माना जा रहा है कि काजल को यहां मुस्लिमों और निषादों का अच्छा वोट मिला जिसके बूते वह यहां रवि किशन को कड़ी टक्कर देने में कामयाब रहीं। सहजनवां विधानसभा में भी काजल से रवि किशन की जीत का अंतर 5,309 ही रहा।
कैंपियरगंज में रवि किशन, काजल से 18, 926 और पिपराइच में 28,783 वोट से आगे रहे। कर्मचारियों का भरोसा जीतने में दोनों ही लोकसभा के भाजपा उम्मीदवार सफल नहीं रहे। गोरखपुर लोकसभा में पोस्टल और ई वोट के जरिये कुल 3,029 मतदान कार्मिकों व दूसरे जिलों, प्रदेश व देश से बाहर तैनात कर्मचारियों ने मतदान किया। इनमें रवि किशन को 1322 मत मिले हैं, जबकि काजल को सर्वाधिक 1520 वोट मिले। इसी तरह बांसगांव में कुल पड़े 4072 वोटों में से भाजपा के कमलेश पासवान को 1165 और सदल को सर्वाधिक 1671 मिले।