पंजाब में इस समय बहुत गर्मी पड़ रही है। एक तरफ जहां पंजाब में भीषण गर्मी पड़ रही है तो वहीं दूसरी तरफ धान का सीजन शुरू हो गया है। इससे बिजली की मांग काफी बढ़ गयी है। बिजली की मांग ने भी पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। बिजली की मांग 15963 मेगावाट तक पहुंच गई है जो एक नया रिकॉर्ड है।
जबकि कल 2022 में 11,430 और 2023 में 11,929 डिमांड दर्ज की गई थी। आज की बात करें तो 15,259 बिजली की मांग दर्ज की गई। हालांकि, बिजली की इतनी मांग कभी नहीं रही. पावरकॉम की ओर से 16 हजार मेगावाट बिजली का इंतजाम किया गया है।
भीषण गर्मी के कारण किसान अभी धान की रोपाई करने से परहेज कर रहे हैं, लेकिन 20 जून के बाद इस काम में तेजी आएगी। ऐसे में बिजली की मांग बढ़ जाएगी।
बता दें कि बिजली विभाग के पास करीब 16 हजार मेगावाट बिजली है। कल बिजली विभाग की पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई। बैठक में अधिकारियों ने पंजाब के मुख्यमंत्री को जानकारी दी।
पंजाब इस समय 6500 मेगावाट बिजली पैदा कर रहा है। पंजाब द्वारा 2500 मेगावाट बिजली का भंडारण किया जाता है जो अन्य राज्यों को दी जाती है। पिछली बार बिजली की मांग अपने उच्चतम स्तर पर करीब 15300 मेगावाट थी।
गोइंदवाल साहिब प्लांट खरीदने का भी हुआ लाभ
पावरकॉम को झोने के इस सीजन में गोइंदवाल साहिब थर्मल प्लांट को खरीदने का भी काफी फायदा हुआ है। इस प्लाट के दोनों युनिट बिजली पैदा कर रहे हैं। इसके साथ ही सरकारी क्षेत्र में गुरु हरगोबिंद थर्मल प्लांट लहरा मोहब्बत के 4 में से 3 युनिट बिजली पैदा कर रहे हैं जबकि रोपड़ स्थित गुरु गोबिंद सिंह सुपर थर्मल प्लांट के चारों युनिट बिजली पैदा कर रहे हैं।
प्राइवेट क्षेत्र में राजपुरा के दोनों युनिट पूरी तरह से काम कर रहे हैं जबकि तलवंडी साबो प्लाट के तीन में से 2 युनिट चालू है। पन बिजली प्रोजेक्टों से 718 मेगावाट बिजली उत्पादन दोपहर पौने तीन बजे हो रहा था जबकि नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से भी 398 मेगावाट बिजली जिसमें सोलर से 332 और गैर-सोलवर से 60 मेगावाट बिजली सप्लाई हो रही थी।
बिना बिजली कट के रिकॉर्ड सप्लाई
पावरकॉम ने इस सीजन में 16078 मेगावाट बिजली की मांग को बिना किसी कट लगाए पूरी करने में सफलता हासिल की है। इस समय घरेलू, व्यापारिक, औद्योगिक और खेतीबाड़ी की सप्लाई नियमित रूप से हो रही है। पंजाब के किसी भी इलाके में किसी भी तरह का कट नहीं लगा है।