मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भाजपा उम्मीदवार शीतल अंगुराल की ओर से उनके परिवार पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर पलटवार किया है।
सीएम ने शीतल अंगुराल को चेताया कि हमसे पंगा मत लो। हमारे ऊपर तुम्हारी तरह नशा तस्करी के लिए एनडीपीएस का केस नहीं है। यह बहस करने की धमकी किसी और को देना, हमसे जब मर्जी हो बहस कर लेना।
उन्होंने कहा कि मुझे धमकी मत दो चाहे तो आज ही बहस कर लो। सीएम ने आगे कहा कि हमारे ऊपर कोई एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज नहीं है।
जालंधर पश्चिमी सीट की महत्वपूर्णता
सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के लिए जालंधर पश्चिमी सीट को जीतना साख का सवाल बन गया है। हाल ही में संसदीय चुनाव में आम आदमी पार्टी इस सीट पर तीसरे नंबर पर रही थी, जबकि कांग्रेस पहले नंबर पर और भाजपा दूसरे स्थान पर थी। जालंधर में सचखंड बल्लां डेरे का भी काफी प्रभाव है, इसलिए मुख्यमंत्री अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ डेराबल्लां भी गए थे।
मान बोले- पांच तारीख का क्यों कर रहे हो इंतजार
पांच तारीख का इंतजार क्यों कर रहे हो, आज ही बहस कर लो। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह ने यह बातें आप प्रत्याशी मोहिंदर भगत के समर्थन में आयोजित नुक्कड़ सभा के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि शीतल को बहुत समझाया कि अपनी भ्रष्ट गतिविधियां बंद कर दे, लेकिन वह नहीं माना। आप में रहते हुए उसे दो नंबर का काम करने में दिक्कत होती थी। इसलिए वह भाजपा में चला गया। हालांकि हम उसे वहां भी भ्रष्टाचार करने नहीं देंगे।
600 यूनिट बिजली मुफ्त की: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने बुधवार को जालंधर वेस्ट हलके के नकोदर चौक व अवतार नगर सहित कई इलाकों में नुक्कड़ सभाएं कीं। मान ने कहा कि हमने पंजाब में करीब 16 टोल प्लाजा बंद कर दिए गए हैं, जिससे रोजाना लोगों के 60 लाख रुपये बचने लगा है। हमने एक विधायक एक पेंशन स्कीम लागू की। 600 यूनिट बिजली मुफ्त की और बिना कोई रिश्वत के 43 हजार नौजवानों को सरकारी नौकरी दी।
मैं रुपये कमाने नहीं आया: सीएम मान
मान ने कहा कि वह राजनीति में पैसे कमाने के लिए नहीं आए हैं। अगर मुझे पैसे कमाने होते तो मैं आज तक करोड़ों रुपये कमा चुका होता। आज से 20 साल पहले मैं एक शो के लिए 25 लाख रुपये लेता था और विदेश में एक शो के लिए 70 लाख रुये मिलते थे। जिस दिन उनके ऊपर एक रुपये का भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा, उस दिन वह खुद ही राजनीति छोड़ देंगे।
मान ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि भाजपा व कांग्रेस के लोग आपके पास आएंगे, लेकिन उन्हें वोट देने से कोई फायदा नहीं होगा। अगर वे जीत भी जाएंगे तो भी काम तो मुझे ही करना है। इसलिए मोहिंदर भगत को जिताएं।