भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ महिला नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद गुरुचरण कौर पंजगराईं का वीरवार को देहांत हो गया। उनकी उम्र 89 वर्ष थी। उन्होंने वीरवार दोपहर करीब 12 फरीदकोट में आखिरी सांस ली। गुरुचरण कौर का अंतिम संस्कार दो दिन बाद 7 जुलाई को किया जाएगा। इसकी वजह यह है कि गुरुचरण कौर के बेटे विदेश में रहते हैं।
बेटों के आने के बाद आने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। पैतृक गांव पंजगराईं कलां में ही गुरुचरण कौर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिवार के अनुसार पिछले कुछ समय से वह बीमार चल रही थी और वीरवार दोपहर करीब 12 बजे उन्होंने अपने घर में ही आखिरी सांस ली।
जैतो के भाजपा नेता व आंतकवाद के काले दौर में शहादत देने वाले गुरबचन सिंह पतंगा की बहन गुरचरण कौर पंजगराईं पेशे से अध्यापिका थी। साल 1994 में सेवामुक्ति के बाद उन्होंने भाजपा में शामिल होकर जिला स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक विभिन्न पदों पर कार्य किया। परिवार की कुर्बानी और पार्टी के प्रति सेवाओं को देखते हुए उन्हें राज्य की अकाली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान राज्यसभा सांसद बनाया गया था।
वे सरकारी शिक्षिका थीं और 1994 में अपनी सेवानिवृति के पश्चात सक्रिय तौर पर भाजपा के लिए काम करने लगी थीं। इसके पश्चात 1 जून 2001 से 1 जुलाई 2004 तक वे शिअद सरकार के समय राज्य सभा सदस्य भी रहीं। इसके अतिरिक्त वे भाजपा की विभिन्न राज्यों की प्रभारी भी रहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वे काफी नजदीक थीं। पिछले काफी समय से वे बीमार चल रही थीं और कैनेडा निवासी उनका बेटा जो पिछले कुछ दिनों से यहां आया हुआ था वह सोमवार को ही वापस गया था।
भाजपा के लिए अपूर्णीय क्षति
लेकिन आज उनके निधन के पश्चात वे वहां से वापस चल पड़े हैं और उनके आने के पश्चात 6 जुलाई को 11 बजे बीबी जी का अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन पर भाजपा के वरिष्ठ नेता चंद्र शेखर सूरी, शाम लाल गोयल, जयपाल गर्ग, शाम लाल मैंगी, जसपाल पंजगराईं, जिलाध्यक्ष गौरव कक्कड़, एडवोकेट गगनदीप सुखीजा, अजीत प्रकाश शर्मा, नरेश पाल कांसल, डा. रमनदीप जैतो सहित अन्य ने परिवार के साथ दुख व्यक्त करते हुए इसे जिला भाजपा के लिए अपूर्णीय क्षति करार दिया है।