भारत की अर्थव्यवस्था (India Economy) में जारी तेजी पर पूरे विश्व की नजर बनी हुई है। अब इंडियन इकोनॉमी पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा (Michael Patra) ने एक बड़ी बात कह दी है। माइकल पात्रा ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में भाषण देते हुए कहा कि अब दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए वर्ष 2048 का इंतजार नहीं करना होगा।
भारत यह मुकाम साल 20231 तक ही हासिल कर लेगा। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि वर्ष 2068 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा। पात्रा के अनुसार भारत अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को हासिल करने के लिए लगातार नए कदम उठा रहा है ऐसे में आने वाले दशक में भारत बाकी देशों से आगे निकल जाएगा।
9.6 फीसदी की दर से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने अनुमान जताया है कि अगल दशक में भारत की इकोनॉमी ग्रोथ रेट 9.6 फीसदी रहेगी। अगर यह ग्रोथ रेट रहती है तो लोअर मिडिल क्लास खत्म हो सकता है और भारत विकसित देश बन सकता है।
इकोनॉमी ग्रोथ रेट का असर प्रति व्यक्ति आय पर देखने को मिलेगा। हालांकि, विकसित राष्ट्र बनने के लिए साल 2047 तक भारत में प्रति व्यक्ति आय 34,000 अमेरिकी डॉलर (करीब ₹28 लाख) तक होना चाहिए।
इंडियन करेंसी को लेकर क्या कहा
माइकल पात्रा ने भारतीय करेंसी को लेकर कहा कि भारतीय मुद्रा इंटरनेशनल बनाने के लिए अग्रसर है। इसके लिए वह मैक्रो इकोनॉमिक पॉलिसी और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी पॉजिटिव ट्रैक में है। भारतीय करेंसी को इंटरनेशनली तौर पर पहचान देने के लिए भारत की महंगाई दर को वैश्विक महंगाई दर के अनुसार करने की जरूरत है।
अगर ऐसा होता है तो रुपया इंटरनेशनलाइजेशन ग्राउंड के तौर पर तैयार होगा और आज जैसे डॉलर की पहचान है वैसे ही रुपये की भी पहचान होगी।
महंगाई दर 4 फीसदी रहने का अनुमान
देश में मौजूद महंगाई दर को लेकर पात्रा ने कहा कि महंगाई दर को 4 फीसदी के आस-पास रखने की जरूरत है। भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए महंगाई दर 4.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वहीं, अगले वित्त वर्ष यानी 2025-26 के लिए 4.1 फीसदी का अनुमान लगाया है।