पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित (Banwari Lal Purohit) और प्रदेश सरकार (Punjab Government) के बीच तनातनी के आसार बनते दिख रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण राज्यपाल की ओर से एक बार फिर से 23 से 25 जुलाई तक सीमावर्ती जिलों का दौरा तय कर लिया है। उनके साथ मुख्य सचिव अनुराग वर्मा और कार्यकारी डीजीपी गौरव यादव सहित जिलों के सीनियर अधिकारी भी इस दौरे पर मौजूद रहेंगे।
तीन बार सीमावर्ती जिलों का दौरा कर चुके राज्यपाल
राज्यपाल पहले भी तीन बार सीमावर्ती जिलों का दौरा कर चुके हैं और अपने दौरों के दौरान उन्होंने ड्रग्स, अवैध खनन सहित कई तमाम मुद्दों पर राज्य सरकार के प्रति तीखी टिप्पणियां की हैं। जो इस बात की ओर इशारा करती हैं कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच सब कुछ अच्छा नहीं है।
दुकानों पर नशा ऐसे बिक रहा है जैसे टूथपेस्ट: राज्यपाल
राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने पंजाब के सीमावर्ती जिलों में ड्रग्स को लेकर जितने भी दौरे किए हैं उस पर उन्होंने अधिकारियों और जिला प्रशासन के प्रति नाखुशी व्यक्त की है और यहां तक कहा है कि दुकानों पर नशा ऐसे बिक रहा है जैसे टूथपेस्ट बिकता है। उन्होंने गांव के लोगों से कमेटियां बनाकर नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों पर नकेल कसने को कहा। अब काफी लंबे समय बाद वह एक बार फिर से गुरदासपुर से लेकर फाजिल्का तक के जिलों का दौरा करेंगे।
राज्यपाल ने सरकार के खिलाफ की तीखी टिप्पणियां
ड्रग्स के अलावा इन जिलों में अवैध खनन आदि को लेकर भी राज्यपाल ने सरकार के खिलाफ तीखी टिप्पणियां कर चुके हैं। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच इन टिप्पणियों के चलते हालात ऐसे हो गए थे कि मुख्यमंत्री ने भी उनके दौरे को लेकर कहा था कि वे हमारा हेलिकाप्टर लेकर जाते हैं और फिर हमें ही निशाना बनाते हैं। इसके बाद राज्यपाल ने घोषणा की थी कि वे अब कभी प्रदेश सरकार का हेलिकाप्टर प्रयोग नहीं करेंगे।
अवैध खनन पर भी बोले राज्यपाल
राज्यपाल अभी इस बात पर आज भी अडिग हैं। सीमावर्ती जिलों में अवैध खनन का मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि सीमा के साथ लगती नदियों आदि से अवैध खनन के कारण कई जगहों पर बहुत बड़े-बड़े खड्डे हो गए हैं। यहां तक कि बीएसएफ को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा।
बीएसएफ ने अदालत में भी यह कहा कि अवैध खनन को रोका जाए साथ ही रात के समय में तो यह बिल्कुल भी न करने दिया जाए क्योंकि मशीनों के चलते के कारण घुसपैठिए इसका फायदा उठा लेते हैं।
अब देखना यह है कि राज्यपाल इस बार के दौरों को लेकर सरकार पर क्या टिप्पणियां करते हैं। क्योंकि इन दोनों मुद्दों पर सरकार की ओर से कोई ऐसे कदम नहीं उठाए गए हैं जिससे इन पर अंकुश लगा हो। पिछले दिनों ओवर डोज के कारण हुई मौतों ने तो सरकार को वैसे भी कटघरे में खड़ा किया हुआ है।