पंजाब पुलिस ने जबरन वसूली जुड़े एक मामले को सुलझाने का दावा किया है. इस मामले में पुलिस ने अमेरिका में छिपे गोल्डी बरार और लॉरेंस गैंग के 3 गुर्गों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक पिस्तौल, पांच कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की है।
इसकी जानकारी डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट x पर दी है। उन्होंने कहा कि राजपुरा की पटियाला पुलिस टीम ने सनसनीखेज जबरन वसूली मामले को सुलझा लिया है।
पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है. फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों के बारे में जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी।
गोलीबारी के पीछे गोल्डी बराड़ का हाथ
पुलिस मुताबिक, जनवरी 2024 में चंडीगढ़ में एक व्यवसायी के आवास पर हुई गोलीबारी के पीछे भी गोल्डी बराड़ का हाथ था। गोल्डी बराड़ एनआईए की मोस्टवाटेंड की सूची में शामिल है। उस पर पुलिस की तरफ से दस लाख का इनाम रखा गया है। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस के केस में भी वह भगौड़ा है।
गोल्डी बरार एनआईए की मोस्ट वांटेड सूची में है। पुलिस ने उस पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा है इसके साथ ही वह चंडीगढ़ पुलिस मामले में भी फरार है।
गोल्डी बराड़ ही चला रहा है गिरोह
लारेंस बिश्नोई इस समय गुजरात जेल में बंद है। ऐसे में विदेश में बैठा गोल्डी बराड़ ही सारे गिरोह को चला रहा है। वह ही नेटवर्क में शामिल लोगों को डायरेक्शन देता है। इसके अलावा रंगदारी व आतंकी घटनाओं को अंजाम देता है। पंजाब पुलिस इस इन गिरोह के नेटवर्क को तोड़ने के लिए काम कर रही है।