नादौन उपमंडल के धनेटा बाजार में लोक निर्माण विभाग की सडक पर अतिक्रमण के मामले की आखिरकार राजस्व विभाग ने निशानदेही शुरू कर दी है। बाजार में काफी जगहों पर सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे हैं। इन्हें हटाने के लिए बार-बार मांग उठती रही है, लेकिन अब उच्च न्यायालय के आदेश पर पिछले कुछ समय से यह कार्रवाई पेंडिंग चल रही थी। राजस्व, लोनिवि के कर्मचारी-अधिकारी मंगलवार को मौके पर पहुंचे, बाजार बेहद तंग हो चुका है। यह अवैध कब्जे काफी पुराने हैं। अब निशानदेही पूर्ण होने के बाद लोनिवि इन पर बुलडोजर चलाएगा। उल्लेखनीय है कि उच्च न्यालय के आदेश पर ही लोनिवि ने प्रदेश में कई अवैध कब्जे हटाए हैं, लेकिन धनेटा बाजार में निशानदेही नहीं हो पा रही थी, जिसके चलते जहां-जहां अवैध कब्जे चिह्नित हो चुके हैं। उन्हें कहां तक हटाया जाए? कितना कब्जा है, इसका निशानदेही पूरी होने के बाद ही पता चलेगा।
गौरतलब है कि धनेटा और इसके आसपास के कई लोगों ने प्रदेश उच्च न्यायालय में शिकायत की थी कि अतिक्र मण की वजह से यहां पर हालात सामान्य नहीं है। हाईकोर्ट से लोनिवि को अवैध कब्जों को हटाने के आदेश हुए थे, लेकिन राजस्व विभाग से निशानदेही नहीं मिल पाने की वजह से इसमें देरी हुई। अब मंगलवार को निशानदेही शुरू हो जाने से अवैध कब्जा करने वालों में हड़कंप मच गया है। उसी से पता चलेगा कि कितने कब्जे हटाए जाने हैं। अवैध कब्जों को हटाने के बाद लोनिवि को उच्च न्यायालय में ही जवाब देना है। जब बार बार शिकायत करने पर भी बाजार से अतिक्र मण विभाग व प्रशासन द्वारा नहीं हटाया गया, तो धनेटा क्षेत्र की लगभग एक दर्जन पंचायतों, लोगों व जिला परिषद के पूर्व सदस्य बलवीर चौधरी ने इस मामले को उच्च न्यायालय शिमला और प्रिंसिपल सचिव लोनिवि शिमला को जनिहत में भेज कर लोगों को इस समस्या से निजात दिलाए जाने का आग्रह किया था।
जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रिंसिपल सचिव ने एसई लोनिवि हमीरपुर व एक्सईएन बडसर को शीघ्र नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं। पूर्व जिला परिषद सदस्य बलवीर चौधरी के अलावा आस पास की लगभग एक दर्जन पंचायतों के लोगों सुनील दत्त शर्मा बैहरड, शंभू राम सराएं, बलवीर सिंह चौंक, अजय शर्मा मंडियाणी, ईश्वर दास शर्मा बैहरड, मनसाई पंचायत के पूर्व प्रधान रूप लाल, जनसूह के सारधन शर्मा जनसूह, अश्वनी कुमार धनोआ, प्रीत्तम चंद सुकिडयाह आदि ने कहा कि राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते विभाग की भूमि पर कुछ दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है।