रिजर्व बैंक ने आज तीन दिवसीय एमपीसी बैठक की समीक्षा के तहत बड़े एलान किए और आज रेपो रेट में 0.35 फीसदी का इजाफा कर दिया है. इसके बाद रेपो रेट 6.25 फीसदी पर आ गया है. शक्तिकांत दास ने ग्रोथ और महंगाई दर को लेकर भी बड़े एलान किए और कहा कि जियो पॉलिटिकल परिस्थितियों के प्रतिकूल होने के बावजूद भारतीय इकोनॉमी सबसे तेजी से ग्रोथ हासिल करती रहेगी.
आज आरबीआई ने अपनी मॉनिटरी पॉलिसी में कौन से बड़े एलान किए, यहां जानें
- आरबीआई की एमपीसी के 6 में से 4 सदस्य अकोमोडेटिव रुख वापस लेने के पक्ष में थे लिहाजा आरबीआई का मॉनिटरी पॉलिसी को लेकर ‘विड्रॉल ऑफ अकोमडेशन’ का रुख बरकरार है.
- देश में महंगाई दर का तय लक्ष्य पाने में अभी समय लगेगा और इसके ऊपर रहने की आशंका बरकरार है. वित्त वर्ष 2023 के अंत तक यानी मार्च 2023 तक महंगाई दर 4 फीसदी के ऊपर रहने की आशंका है.
- वित्त वर्ष 2023 में आर्थिक विकास दर यानी GDP ग्रोथ का अनुमान जो पहले 7 फीसदी पर था उसे घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया गया है.
- वित्त वर्ष 204 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.2 फीसदी से घटाकर 7.1 फीसदी पर किया जा रहा है.
- ग्लोबल सप्लाई चेन में चुनौतियां बरकरार हैं और इसका असर भारत के खाद्य उत्पादों की कीमतों पर भी देखा जा सकता है.
- वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में रिटेल महंगाई दर 5.4 फीसदी पर आने का अनुमान है, यानी उस समय तक ये महंगाई दर आरबीआई के तय लक्ष्य के भीतर आ जाएगी.
- चालू वित्त वर्ष यानी साल 2023 में महंगाई दर के 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
- चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही यानी तीसरी तिमाही में महंगाई दर के 6.6 फीसदी पर रहने का अनुमान है.
- वित्त वर्ष 2023 की जनवरी-मार्च तिमाही यानी चौथी तिमाही में महंगाई दर 5.4 फीसदी रहने का अनुमान है.
- आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मनी मार्केट का समय सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक होगा.