पटियाला हाउस कोर्ट (Patiala House Court) ने वर्ष 2000 में भारत में दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच हुए मैच फिक्सिंग मामले में चार आरोपितों के खिलाफ आरोप तय कर दिए। अदालत ने लंदन के बुकी संजीव चावला, दिल्ली के बुकी राजेश कालरा व सुनील दारा और टी-सीरीज के मालिक किशन कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120बी (षड़यंत्र) के तहत आरोप तय किए हैं।
अदालत ने मैच की टिकट खरीदने वाले दर्शकों को बुलाया
एडिशनल चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट नेहा प्रिया ने कहा कि आरोपितों ने 16 फरवरी 2000 से 20 मार्च 2000 तक दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच आयोजित क्रिकेट मैच के दौरान दर्शकों और बीसीसीआई से धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति हड़पने के लिए आपराधिक षडयंत्र ( Ind Vs SA Match Fixing Case) रचा। अदालत ने मैच की टिकट खरीदने वाले दर्शक शिवदासन पीएन, शरथ रामाचंद्रन, नरेश भाई, पुरोहित शाहंद और विवेक रिषी को जांच अधिकारी के जरिए पेशी का समन भेजकर गवाही के लिए बुलाया है।
14 अक्टूबर को होगी मामले की अगली सुनवाई
अदालत ने कहा कि आरोपितों ने दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन कप्तान हैंसी क्रोनिए के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। आरोपितों ने बेईमानी से दर्शकों को धोखा देकर 16 फरवरी 2000 से लेकर 20 मार्च 2000 तक दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, कोचीन, नागपुर, जमशेदपुर, फरीदाबाद, बड़ौदा, और नागपुर में आयोजित फिक्सड अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के टिकट खरीदने के लिए प्रेरित किया।
इसके साथ ही आरोपितों ने बीसीसीआई को फिक्स्ड मैच का आयोजन करने के साथ ही उसके लिए गारंटी राशि का भुगतान करने के लिए प्रेरित किया था। आरोपितों ने मामले में कोर्ट के समक्ष ट्रायल का दावा किया है। मामले की अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी।
इससे पहले सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा था कि आरोपितों की काल डीटेल रिकार्डिंग से यह स्पष्ट होता है कि आरोपित मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी को लेकर लगातार एक-दूसरे के संपर्क में थे। चावला और क्रोनिए की काल डिटेल से पता चलता है कि उन दोनों ने दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच मैच के लिए टीम संरचना पर चर्चा की थी।
इसमें टीम स्कोर, व्यक्तिगत स्कोर, दांव पर लगाई जाने वाली धनराशि, धन का एकत्रीकरण और मैच फिक्सिंग के दौरान धन के लेन-देन पर बातचीत हुई थी। अदालत ने कहा कि चारों आरोपितों की बातचीत के रिकॉर्ड, आचरण और आसपास की परिस्थितियां आरोपित हैंसी क्रोनिए के साथ उनकी मिलीभगत को दिखाती हैं। आरोपित आर्थिक लाभ के लिए क्रिकेट मैचों को फिक्स करने के मुख्य उद्देश्य में सह-प्रतिभागी थे।