
पाकिस्तान। रमजान के पवित्र महीने से पहले उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के एक मदरसे में शुक्रवार को शक्तिशाली विस्फोट होने से सात लोगों (नमाजियों) की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए। स्थानीय पुलिस ने यह जानकारी दी। जिला पुलिस प्रमुख अब्दुल रशीद ने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अक्कोरा खट्टक जिले में स्थित मदरसे में यह विस्फोट हुआ। उन्होंने बताया कि अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं तथा मृतकों व घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि जामिया हक्कानिया नामक मदरसे में हुए हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने नहीं ली है। उन्होंने बताया कि यह मदरसा अफगान तालिबान के साथ संबंधों के लिए जाना जाता है।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवा प्रांत के नौशेरा में मदरसे की मस्जिद को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती विस्फोट में दारुल उलूम हक्कानिया के एक शीर्ष अधिकारी समेत सात लोगों की मौत हो गई जबकि कम से कम 18 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। शुक्रवार की नमाज के तुरंत बाद जब पेशावर से लगभग 60 किलोमीटर (35 मील) पूर्व में स्थित अकोरा खट्टक में दारुल उलूम हक्कानिया मस्जिद में नमाजी नमाज पढ़कर निकल रहे थे, तभी बम विस्फोट हुआ। खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) जुल्फिकार हमीद ने स्थानीय मीडिया को बताया कि मौलाना हामिद-उल-हक हक्कानी, मौलाना समी-उल-हक हक्कानी के बेटे, हमले का निशाना थे।
शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि दारुल उलूम हक्कानिया के उप प्रशासक और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-सामी (जेयूआई-एस) के अमीर मौलाना हामिद की आईसीयू में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। आईजीपी ने बताया कि विस्फोट स्थल पर पुलिस की टीमें मौजूद थीं और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान भी चल रहा था। आईजीपी ने बताया कि घटनास्थल पर फोरेंसिक और जांच टीमों को भेजा गया था और जिला पुलिस अधिकारी भी वहां मौजूद थे। रमजान से पहले यह आखिरी शुक्रवार की सभा थी, जिसमें बड़ी संख्या में नमाजी जुटे थे। मस्जिद मदरसे के परिसर में स्थित है, जिसके छात्र छुट्टी पर जाने वाले थे, क्योंकि यह उनके शैक्षणिक वर्ष का अंतिम दिन था। इस विशाल परिसर में करीब 4,000 छात्र रहते हैं, जिन्हें मुफ्त में खाना, कपड़े और शिक्षा दी जाती है।