
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जंगलों से नक्सलवाद का सफाया हो रहा है, लेकिन यह तेजी से शहरी इलाकों (अर्बन सेंटर्स) में जड़ें जमा रहा है। कुछ राजनीतिक दलों में भी आज यह विचारधारा पैठ जमा चुकी है। हमें अर्बन नक्सलियों से सावधान रहना है।
कांग्रेस ने लोगों की आकांक्षाओं को कुचल दिया- पीएम
पीएम ने कहा कि उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद से चीजें बदल गई हैं और पिछले दशक में लोगों की आकांक्षाएं बढ़ी हैं। उन्होंने कहा- ”आज का भारत बड़ा सोच रखता है, बड़े लक्ष्य तय करता है और बड़े परिणाम देता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि देश की मानसिकता बदल गई है। देश बड़ी आकांक्षाओं के साथ आगे बढ़ रहा है।”
सरकार ने सुरक्षा के मोर्चे पर कड़ी मेहनत की- पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने सुरक्षा के मोर्चे पर कड़ी मेहनत की है और आतंकी हमले और आतंकियों के स्लीपर सेल टेलीविजन की सुर्खियों से गायब हो गए हैं। उन्होंने कहा- ”देश में नक्सलवाद भी अपने आखिरी पड़ाव पर है। विगत में 100 से अधिक जिले इस खतरे से बुरी तरह प्रभावित हुए थे। हालांकि, यह संख्या आज घटकर लगभग दो दर्जन जिलों तक रह गई है।”
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि यह तब संभव हुआ जब सरकार ने जमीनी स्तर पर शासन देने पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा- ”सरकार के निर्णायक फैसलों से आज नक्सलवाद जंगल से तो साफ हो रहा है, लेकिन अब वो अर्बन सेंटर्स में पैर पसार रहा है। अर्बन नक्सलियों ने अपना जाल इतनी तेजी से फैलाया है कि जो राजनीतिक दल अर्बन नक्सल के विरोधी थे, जिनकी विचारधारा कभी गांधी जी से प्रेरित थी और जो भारत की जड़ों से जुड़ी थी, ऐसे राजनीतिक दलों में आज अर्बन नक्सल पैठ जमा चुका है।”
मोदी ने कहा- ”हमें याद रखना चाहिए कि शहरी नक्सली हमारे विकास और विरासत के खिलाफ हैं। विकास और विरासत का संरक्षण दोनों ही एक विकसित भारत के लिए जरूरी हैं। इसलिए हमें शहरी नक्सलियों से सावधान रहना होगा।”
भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया भारत
मोदी ने यह भी कहा- देश उस रूढ़िवादिता से बाहर आ गया है कि यह डूब जाएगा और दुनिया को भी अपने साथ ले जाएगा। आज भारत की उपलब्धियों और सफलताओं ने दुनियाभर में एक नई आशा की लहर पैदा की है। आगे कहा कि पिछले दशक में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।