
कांग्रेस सदस्य सदन के वेल में आ गए
प्रहलाद जोशी ने सरकार की ओर से दिया जबाव
उन्होंने दावा किया कि यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय सीमा (आइबी) के एक किलोमीटर तक चलेगी, जबकि सुरक्षा प्रोटोकाल के अनुसार बड़ी बुनियादी ढांचागत परियोजना कम से कम 10 किलोमीटर दूर होनी चाहिए। इस पर प्रहलाद जोशी ने कहा कि लाइसेंस जारी करने और मंजूरी देने से पहले केंद्र, राज्य सरकार और संबंधित एजेंसियों से मंजूरी मांगी जाती है।मंत्री के इस जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस-द्रमुक के सांसद वेल में आकर नारेबाजी करते हुए सरकार से स्पष्ट जवाब की मांग करने लगे। मगर मंत्री ने उनकी मांगों को अनदेखा किया तो विपक्षी सदस्य सदन से वॉकआउट कर गए।
ऊर्जा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा में संतुलन होना चाहिए- गोगोई
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने बाहर आकर पत्रकारों से कहा कि ऊर्जा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा में संतुलन होना चाहिए। मगर गुजरात के खावड़ा में जो बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना आ रही है, वह राष्ट्रीय सुरक्षा के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आइबी से कम से कम 10 किलोमीटर दूरी पर नहीं है।
सेना की आशंकाओं को नजरअंदाज किया गया- विपक्ष
आगे कहा कि सरकार ने हमारे सवाल का जवाब नहीं दिया, इसलिए हमने वॉकआउट किया। गोगोई ने कहा कि कांग्रेस यह जानना चाहती है कि क्या अदाणी समूह राष्ट्रीय सुरक्षा से ऊपर है कि सेना की आशंकाओं को नजरअंदाज किया गया।