
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने सोमवार को पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि भारत ने हमेशा शांति बनाए रखने और उसके साथ मैत्रीपूर्ण संबंधो की बहाली का प्रयास किया है,लेकिन पाकिस्तान ने भारत की सहृदयता का जवाब पीठ में छुरा घोंपकर दिया। पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर में अस्थिरता और हिंसा फैलाने के लिए आतंकियों को समर्थन दिया।
‘PM मोदी ने संबंध बेहतर बनाने के किए कई प्रयास’
पत्रकारों से बातचीत में सुनील ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी पाकिस्तान के साथ संबंध बेहतर बनाने के कई प्रयास किये। वर्ष 2014 में अपने शपथ ग्रहण समारोह में तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को मोदी द्वारा आमंत्रित कर, संवाद-समन्वय-सहयोग की भारत की प्राथमिकता को रेखांकित करने वाला एक बड़ा कदम उठाया था।
उन्होंने कहा कि मोदी ने हमेशा शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धांत को कायम रखा है। 2014 में नवाज शरीफ को उनका निमंत्रण एक स्पष्ट संकेत था कि भारत शत्रुता के बजाय अच्छे संबंधों को प्राथमिकता देता है।
पाकिस्तान पर आतंकवाद का समर्थन करने का लगाया आरोप
भाजपा नेता ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन देकर भारत की सद्भावना को बार-बार कमजोर करने का आरोप लगाया। पठानकोट और उड़ी में हुए हमलों का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा कि इस्लामाबाद ने आतंकवाद को भारत के खिलाफ एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हुए अपने “दोहरे मानदंड” जारी रखे हैं।
नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि विश्वासघात का पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि भारत की कोशिशों के बावजूद पाकिस्तान अपने आतंकी एजेंडे पर अड़ा हुआ है।
सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कड़ा जवाब- सुनील शर्मा
सुनील शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किए सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पाकिस्तान के उकसावे और आतंकवाद को समर्थन देने की उसकी नीतियों का भारत की तरफ से कड़ा जवाब थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आतंकवाद के जीरो टालरेंस नीति से ही जम्मू-कश्मीर में आतंकी नेटवर्क लगभग समाप्त हो गया है।स्थानीय आतंकी भर्ती में गिरावट आई है, सुरक्षा बलों ने विदेशी आतंकियों को सफलतापूर्वक खत्म किया है। इस नीति का असर आज दिख रहा है।
स्थानीय युवाओं की आतंकी गतिविधियों में भर्ती में भारी कमी आई है और विदेशी आतंकियों को प्रभावी तरीके से खत्म किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने दोहराया है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन आतंकवाद के किसी भी रूप से सख्ती से निपटा जाएगा।