
संवेदनशील इलाकों में बढ़ाई गई चौकसी
सभी सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठरोधी तंत्र को मजबूत बनाने के साथ ही प्रदेश के भीतरी सभी संवेदनशील इलाकों में चौकसी बढ़ाई गई है। एक वरिष्ठ सुरक्षाधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान में गत दिनों जो हुआ उसे देखते हुए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा ग्रिड क समीक्षा कर उसे और बेहतर बनाया गया है।
पाकिस्तान की जनता में सरकार के खिलाफ रोष
बता दें कि उक्त दोनों घटनाओं के चलते पाकिस्तान की सरकार और सेना में खलबली मची हुई है। पाकिस्तान की आम जनता में भी सरकार के खिलाफ रोष फैला हुआ है।रक्षा मामलों के जानकार अजय बाचलू ने कहा कि पाकिस्तानी सेना हमेशा अपनी विफलताओं से पाकिस्तानी जनता का ध्यान बंटाने के लिए जम्मू-कश्मीर में आतंकी हिंसा का खेल तेज करती है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आने वाले दिनों में आतंक हिंसा में तेजी और नियंत्रण रेखा पर जारी जंगबंदी के उल्लंघन की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता।
किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जवान पूरी तरह तैयार
अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ और सेना को अंतरराष्ट्रीय सीमा व एलओसी पर निगरानी तंत्र को और मजबूत बनाने व किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा गया है। प्रदेश के भीतरी भागों में सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
सभी राजनीतिक नेताओं को कहा गया है कि वह किसी क्षेत्र विशेष का दौरा करने से पूर्व संबंधित पुलिस अधिकारियों को जरूर सूचित करें। वह अपने दौरे के निर्धारित कार्यक्रम में अंतिम समय में बदलाव करने से बचें और किसी भी संवेदनशील इलाके में तभी जाएं जब सिक्योरिटी क्लीयरेंस हो।
सुरक्षा एजेंसियों को सूचित किए बिना यात्रा मार्ग में भी बदलाव न करने व कार्यक्रमों को अंतिम समय तक गुप्त रखने के लिए कहा गया है। थाना और चौकी प्रभारियों को सभी पूर्व आतंकियों और पत्थरबाजों व आतंकियों के संदिग्ध साथियों की गतिविधियों की लगातार निगरानी के लिए कहा गया है।