
आइए जानते हैं कैसा रहा यशवंत वर्मा का करियर?
06/01/1969 को जन्मे यशवंत वर्मा ने 1992 में लॉ यूनिवर्सिटी रीवा से लॉ में ग्रैजुएशन किया। इसके बाद 08/08/1992 को वकील के रूप में एनरोल हुए। इसके बाद उनके करियर में सफलता का रास्ता खुलता चला गया और फिर वे 2006 तक इलाहाबाद हाईकोर्ट के लिए विशेष अधिवक्ता रहे। इसके बाद यशवंत वर्मा 2012 से 2013 तक यूपी सरकार के लिए मुख्य स्टैंडिंग काउंसिल रहे।
2014 में बनाए गए अतिरिक्त जज
यशवंत वर्मा को 13 अक्टूबर 2014 को अतिरिक्त जज बनाया गया। इसके बाद उन्होंने एक फरवरी 2016 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के स्थायी जज के रूप में शपथ ली। फिर 11 अक्टूबर 2021 में दिल्ली हाईकोर्ट में उनका ट्रांसफर हुआ। लेकिन अब फिर से उनका इलाहाबाद हाईकोर्ट में तबादला करने की सिफारिश की गई है।
जस्टिस यशवंत वर्मा को फिर से इलाहाबाद हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश
यह मामला सुर्खियों में आाने के बाद सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा को फिर से इलाहाबाद हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश की है। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अगुवाई वाले तीन वरिष्ठ जजों के कॉलेजियम ने जस्टिस यशवंत वर्मा को इलाहाबाद हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश की है। जस्टिस यशवंत के दिल्ली के सरकारी बंगले में आग लगने के बाद मामला सुर्खियों में आया।