
समाज कल्याण मंत्री सकीना इट्टू ने शनिवार को विधानसभा में कहा कि जम्मू एवं कश्मीर सरकार अनंतनाग जिले में 40 आवासीय घरों में लगी भीषण आग के पीड़ितों के पुनर्वास के लिए काम कर रही है।
सकीना ने अपने विधायकों की चार सदस्यीय टीम के साथ गुरुवार को कादीपोरा में घटनास्थल का दौरा भी किया था। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को कुछ राहत प्रदान की गई है तथा और अधिक राहत प्रदान करने का कार्य जारी है।
शनिवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बिजबेहरा से नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक बशीर अहमद वीरी ने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन स्पीकर अब्दुल रहीम राथर ने उन्हें अपनी सीट पर जाने को कहा और आश्वासन दिया कि सरकार इस पर बयान देगी।
समाज कल्याण मंत्री ने किया था घटनास्थल का दौरा
आग में कुल 40 घर जलकर राख हो गए, जिससे पीड़ितों को भारी नुकसान हुआ। प्रश्नकाल के बाद स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग संभालने वाली इट्टू ने बताया, ‘मैं, विधायक पीरजादा (फिरोज अहमद), अल्ताफ कालू और अब्दुल मजीद भट लारमी के साथ कल (बुधवार) मुख्यमंत्री (उमर अब्दुल्ला) के निर्देश पर आग पीड़ितों से मिले थे। जिला प्रशासन ने पहले ही उनके भोजन और रहने की व्यवस्था कर दी थी, जबकि हमने उनके पुनर्वास को सुनिश्चित करने के लिए जिला विकास आयुक्त और संबंधित अधिकारियों से भी मुलाकात की थी।’
मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत दी जाएगी राहत
उन्होंने कहा कि पीड़ितों को मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत राहत प्रदान की जाएगी, जबकि उनके लिए प्राकृतिक आपदा कोष के तहत चेक तैयार कर लिए गए हैं। इट्टू ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार चिंतित है और पीड़ितों के उचित पुनर्वास के लिए काम कर रही है, क्योंकि पीड़ित “बहुत गरीब” लोग हैं, जिन्हें आग के कारण भारी नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा, “संबंधित जिला अधिकारियों को लकड़ी समेत उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। वे रमजान के इस पवित्र महीने में मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं और हम सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें राहत मुहैया कराई जाए, जिस पर काम चल रहा है।”
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में गुरुवार को भीषण आग लग गई थी। इसके कारण कई लोग बेघर हो गए थे। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि प्रभावित लोगों की सहायता के लिए तत्काल राहत और पुनर्वास उपाय किए जा रहे हैं।