
चेन्नई। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने हरफनमौला सुनील नारायण (13 रन देकर तीन विकेट और 44 रन) और अन्य गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से शुक्रवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के एकतरफा मैच में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को 59 गेंद रहते आठ विकेट से रौंद दिया। सीएसके की यह लगातार पांचवीं हार है। चेपॉक में अब तक के अपने न्यूनतम स्कोर पर सिमटने के बाद पहली बार उसे अपने घरेलू मैदान पर लगातार तीसरी हार मिली।
बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद सीएसके के लिए कुछ भी सही नहीं रहा और केकेआर की शानदार गेंदबाजी के सामने टीम नौ विकेट पर 103 रन ही बना सकी। आईपीएल में यह सीएसके का तीसरा सबसे कम स्कोर रहा जो इस चरण में अब तक किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर भी है।
Game set and done in a thumping style ✅@KKRiders with a 𝙆𝙣𝙞𝙜𝙝𝙩 to remember as they secure a comprehensive 8️⃣-wicket victory 💜
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— IndianPremierLeague (@IPL) April 11, 2025
केकेआर ने नारायण की 18 गेंद में दो चौके और पांच छक्के जड़ित 44 रन की पारी से यह लक्ष्य 10.1 ओवर में दो विकेट पर 107 रन बनाकर हासिल कर लिया। सलामी बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने तीन छक्के लगाकर 16 गेंद में 23 रन बनाये। कप्तान अजिंक्य रहाणे 17 गेंद में 20 और रिंकू सिंह 12 गेंद में 15 रन बनाकर नाबाद रहे। दोनों ने एक एक चौका और एक एक छक्का लगाया। आईपीएल के इतिहास में पहली बार सीएसके ने लगातार पांचवीं हार का सामना किया। पहले मैच में जीत के बाद टीम छह मैच में दो अंक लेकर नौवें स्थान पर है। केकेआर ने पावरप्ले में एक विकेट पर 71 रन बनाए जबकि सीएसके का पावरप्ले स्कोर दो विकेट पर 31 रन था।
इससे पहले केकेआर ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद उसके अनुभवी स्पिनर सुनील नारायण ने 13 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि हर्षित राणा और वरुण चक्रवर्ती को दो-दो विकेट मिले। सीएसके के लिए शुरू से ही कुछ भी सही नहीं रहा। पूरी पारी में सिर्फ आठ चौके और एक छक्का ही लग सका।
शिवम दूबे ने 29 गेंद में नाबाद 31 रन बनकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि विजय शंकर ने 29 रन बनाए। इनके अलावा सीएसके के केवल दो अन्य बल्लेबाजों ही दोहरे अंक तक पहुंच सके। नियमित कप्तान रुतुराज गायकवाड़ चोट के कारण आईपीएल के बचे हुए मैचों से बाहर होने के बाद एमएस धोनी टीम की कमान संभाल रहे हैं।
वह नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए आए और 16वें ओवर में आउट होने से पहले चार गेंद में केवल एक रन बना सके। सीएसके की पावरप्ले की समस्या जारी रही जिसमें उसने दो विकेट के नुकसान पर 31 रन बनाए। यह इस सत्र में छह ओवरों में किसी भी टीम द्वारा बनाया गया दूसरा सबसे कम स्कोर है। छठे ओवर में चक्रवर्ती की गेंद पर शंकर के लगातार दो चौकों से 13 रन बन गए, वर्ना यह और भी कम हो सकता था।
मोईन अली ने चौथे ओवर में डेवोन कॉनवे (12) को आउट किया जबकि राणा ने पांचवें ओवर में रचिन रविंद्र (04) का विकेट लिया जिससे सीएसके का स्कोर दो विकेट पर 16 रन था। अगर नारायण ने पांचवें ओवर में मिड-ऑफ पर शंकर का कैच नहीं छोड़ा होता तो पावरप्ले में घरेलू टीम तीन विकेट खो चुकी होती। शंकर आखिर 10वें ओवर में मोईन की गेंद पर आउट हो गए।
10 ओवर बाद सीएसके का स्कोर तीन विकेट पर 61 रन था। केकेआर ने सीएसके पर शिकंजा कस दिया जब 11वें ओवर में उसका चौथा विकेट गिरा। संघर्ष कर रहे राहुल त्रिपाठी को नारायण ने क्लीन बोल्ड कर दिया, उन्होंने 22 गेंद में 16 रन बनाए। रविचंद्रन अश्विन को रविंद्र जडेजा और धोनी से पहले उतारा गया। पर भारत के महान स्पिनर सात गेंद पर एक रन बनाकर आउट हो गए। सीएसके की स्थिति तब पूरी तरह से खराब हो गई जब जडेजा (शून्य) 14वें ओवर में खाता खोले बिना आउट हो गए और नारायण का दूसरा शिकार बने।
अब घरेलू टीम का स्कोर छह विकेट पर 71 रन था। दीपक हुड्डा (0) भी अगले ओवर में शून्य पर आउट हो गए। नारायण की गेंद पर धोनी पगबाधा आउट हो गए जिसके बाद दर्शकों ने चुप्पी साध ली। धोनी ने रिव्यू लिया, थर्ड अंपायर ने कई बार देखा लेकिन आखिरकार उन्हें आउट करार दिया और सीएसके का स्कोर आठ विकेट पर 75 रन हो गया। धोनी के आउट होने के बाद चार से ज्यादा ओवर बचे थे और दूबे की बदौलत सीएसके ने 100 रन का आंकड़ा पार किया।