
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया है। वीरवार को रिट्रीट सेरेमनी के दौरान भी भारत व पाकिस्तान के द्वार नहीं खोले गए।
सीमा सुरक्षा बल व पाकिस्तानी रेंजर्स ने अपने-अपने प्रवेश द्वार पर बिना गेट खोले रिट्रीट सेरेमनी की। भारत सरकार ने रिट्रीट सेरेमनी देखने आने वाले लोगों पर अभी रोक नहीं लगाई है। ऐसे में वीरवार को भारी संख्या में लोग रिट्रीट सेरेमनी में शामिल हुए।
वीरवार को फिरोजपुर के हुसैनीवाला बॉर्डर पर भी रिट्रीट सेरेमनी के दौरान बीएसएफ जवानों व पाक रेंजर्स ने हाथ नहीं मिलाया।
पाक रेंजर्स और बीएसएफ जवान मिलाते हैं हाथ
दरअसल, रिट्रीट सेरेमनी के दौरान दोनों देशों के प्रवेश द्वार खोल दिए जाते हैं। सीमा सुरक्षा बल के जवान और पाकिस्तानी रेंजर्स इन गेट के समीप आकर अपने आक्रामक तेवर दिखाते हैं। राष्ट्रीय ध्वज उतारने के बाद बीएसएफ के जवान और पाक रेंजर्स हाथ भी मिलाते हैं, लेकिन वीरवार को ऐसा कुछ नहीं हुआ। बिना गेट खोले ही रिट्रीट सेरेमनी की रस्म अदा की गई।
वीरवार को रिट्रीट सेरमनी के दौरान जवान के साथ-साथ लोगों के चेहरे पर भी पहलगाम का दर्द और गुस्सा दोनों दिखा। लोगों ने भले ही प्रोटोकाल के मुताबिक पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी नहीं की। लेकिन भारत माता की जय व वंदेमातरम के नारों ने गुस्से को जाहिर किया।
अटारी सीमा का प्रवेश द्वार बंद रखा गया
बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर के आइजी डॉ. अतुल फुलजेले ने कहा कि गृह मंत्रालय की तरफ से बीएसएफ को भेजे गए दिशा-निर्देश के मुताबिक, अटारी सीमा के प्रवेश द्वार का गेट बंद कर दिया गया है। इसे रिट्रीट सेरेमनी के दौरान भी नहीं खोला जाएगा।
अटारी बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी देखने के लिए रोजाना 30 से 35 हजार लोग पहुंचते हैं और बीएसएफ जवानों के रोमांचक और राष्ट्रीयता भरी परेड का आनंद उठाते हैं। आतंकी हमले के बाद रिट्रीट देखने वालों की संख्या 15 से 20 प्रतिशत कम हो गई है।
पहलगाम हमले का टूरिस्टों पर भी दिखा असर
हमले का असर पर्यटन इंडस्ट्री पर असर दिखने लगा है। फेडरेशन आफ होटल एंड गेस्ट हाउस एसोसिएसन के प्रधान सुरिंदर सिंह गांधी कहते हैं कि आतंकी हमले के चलते नगर का 50 प्रतिशत पर्यटक कम हो गए हैं। अटारी बॉर्डर पर दुकान चलाने वाले अशोक कुमार की मानें तो हमले के बाद से लोगों की आमद कम हो गई है।
अटारी सीमा पर वीरवार शाम को रिट्रीट सेरेमनी के दौरान बिना गेट खोले झंडा उतारने की रस्म अदा करते बीएसएफ के जवान। पहलगाम हमले के बाद भारत ने अटारी सीमा का प्रवेश द्वार पूरी तरह से बंद कर दिया है