इससे पहले 1998 में यही स्थिति थी। भाजपा ने महापौर पद पर राजा इकबाल सिंह और उप महापौर पद पर जय भगवान यादव को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने मंदीप सिंह को महापौर और अरिबा खान को उप महापौर पद का प्रत्याशी बनाया है।
उल्लेखनीय है कि 2022 के दिसंबर में आप को 250 में से 134 सीटों पर जीत मिली थीं। स्पष्ट बहुमत के कारण फरवरी 2023 में शैली ओबेराय के रूप में पार्टी ने अपना पहला महापौर बनाया था। अप्रैल 2023 में दूसरी बार शैली ओबेराय महापौर निर्वाचित हुई थीं।इसके बाद सितंबर 2024 में आरक्षित सीट पर महेश कुमार आप की तरफ से तीसरे महापौर बने थे। आप के पार्षदों के लगातार टूटने और दिल्ली में भाजपा की सरकार आने से निगम में आंकड़े अब भाजपा के पक्ष में आ चुके हैं। ऐसे में अब उसकी जीत तय मानी जा रही है। दिल्ली नगर निगम में दल बदल कानून न होने की वजह से कोई भी पार्षद किसी भी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर सकता है।

जनहित में महापौर चुनाव का बहिष्कार करने का लिया है निर्णय: अंकुश नारंग

आप के वरिष्ठ पार्षद अंकुश नारंग, मुकेश गोयल और शैली ओबेराय ने महापौर चुनाव के बहिष्कार की घोषणा की है। आप नेताओं का कहना है कि वह दिल्ली की जनता के हित में महापौर व उप महापौर चुनाव में भाग नहीं लेगी। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार हो जाएगी। अब भाजपा पूरी तरह से दिल्ली को संभाले। हमें उम्मीद है कि भाजपा दिल्ली की जनता से किए अपने सारे वादों को पूरा करेगी और कोई भी बहाना नहीं बनाएगी। आप विपक्ष की भूमिका बड़ी रचनात्मक तरीके से निभाएगी और भाजपा को उसकी जिम्मेदारी याद दिलाएगी।

महापौर व उप महापौर चुनाव में कौन-कौन करता है मतदान

  • 238 पार्षद (कुल 250 सीटों में 12 पद रिक्त हैं)
  • 14 मनोनीत विधायक
  • सात लोकसभा सदस्य
  • तीन राज्यसभा सदस्य

किसके पास हैं कितने सदस्य

  • कुल वोट – 262
  • भाजपा- 135 (117 पार्षद, 11 विधायक और सात लोकसभा सदस्य)
  • आप- 119 (113 पार्षद तीन विधायक और तीन राजस्यभा सदस्य)
  • कांग्रेस- 8

आप करेगी चुनाव का बहिष्कार तो चुनाव में क्या होगी स्थिति

  • कुल सदस्य:143
  • चुनाव जीतने के लिए चाहिए 72
  • भाजपा :135
  • कांग्रेस : 8

प्रत्याशी

  • पार्टी महापौर उपमहापौर
  • भाजपा राजा इकबाल सिंह जय भगवान यादव
  • कांग्रेस मंदीप सिंह अरिबा खान