
पंजाब भाजपा में चल रही कलह सतह पर आने लगी है। पंजाब भाजपा के महासचिव जगमोहन सिंह राजू ने पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया है। राजू ने अपना इस्तीफा चार पेज का लिखा है। जिसमें उसने संगठन महामंत्री मंथरी श्रीवासुलू और अमृतसर के जिला प्रधान हरविंदर संधू को पर कई गंभीर आरोप लगाए है।
पूर्व नौकरशाह और अमृतसर ईस्ट से 2022 का विधान सभा चुनाव लड़ चुके राजू को पार्टी ने सितंबर 2023 में महासचिव बनाया था। इससे पहले भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ भी पार्टी को अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। इस पेशकश के कई कारणों में एक कारण संगठन महामंत्री भी रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, पार्टी को लिखे अपने इस्तीफे में राजू ने सिलसिलेवार तथ्यों का ब्योरा दिया है। जिसमें संगठन महासमंत्री और अमृतसर के जिला प्रधान ने संगठन के नियमों का उल्लंघन किया। पंजाब भाजपा में यह पहला मौका है जब किसी महासचिव ने अपने कार्यकाल के दौरान अपने पद से इस्तीफा दिया हो। आमतौर पर महामंत्री अपना कार्यकाल पूरा करते हैं।
पार्टी में काफी समय से नाराजगी
यह इस्तीफा भी तब आया है जब पार्टी प्रदेश में संगठनात्मक चुनाव करवाने की तैयारी कर रही है। बता दें कि संगठन महामंत्री श्रीवासुलू को लेकर पार्टी में लंबे समय से नाराजगी चल रही थी। श्रीवासुलू पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वह संगठन के कार्यों में अपनी सीमा से बाहर जाकर हस्तक्षेप करते हैं। वहीं, संगठन के लोगों के साथ उनका व्यवहार भी अच्छा नहीं है।
जिसके कारण पूरी पार्टी में उन्हें लेकर नाराजगी चली आ रही है। इस बात की जानकारी पार्टी हाईकमान को भी थी। सूत्र बताते हैं कि जाखड़ के इस्तीफे के पीछे भी संगठन महामंत्री की मनमानियां है। पिछले दिनों ही भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष चंडीगढ़ व हरियाणा के पार्टी कार्यों के लेकर चंडीगढ़ आए थे।
इस दौरान उन्होंने संगठन के पांचों महासचिवों को बैठक के लिए बुलाया था। जहां पर बीएल संतोष पार्टी के कामकाज को लेकर नाखुश दिखे और उन्होंने महासचिवों को झाड़ा भी था। इस घटना के 15 दिन बाद ही राजू ने इस्तीफा दे दिया है।