
पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के कुछ दिनों बाद पर्यटक मंगलवार को प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए भद्रवाह पहुंचे। यहां पर्यटकों ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और कहा है कि उन्हें कश्मीर में आने से कोई नहीं रोक सकता।
एएनआई से बात करते हुए एक पर्यटक ने कहा कि कुछ दिन पहले पहलगाम में जो हमला हुआ। पाकिस्तान द्वारा की गई हरकत बहुत शर्मनाक है और हमारी सरकार उन्हें मुंहतोड़ जवाब देगी। पर्यटकों पर हमला करने के पीछे उनका उद्देश्य यहां पर्यटन को कम करना था। लेकिन ऐसा नहीं होगा। कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा। यह मातृभूमि हमारी है, हम यहां आए हैं और आते रहेंगे।उन्होंने कहा कि हम यहां सुरक्षित महसूस करते हैं। डरने की कोई बात नहीं है, और भारतीय सेना यहां है। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं, यहां कोई समस्या नहीं है। वहीं, एक अन्य पर्यटक ने कहा कि अगर वे जम्मू-कश्मीर जाना बंद कर देंगे तो इससे यही पता चलेगा कि वे डरे हुए हैं। टूरिस्ट ने कहा…
पहलगाम में आतंकी हमला 22 अप्रैल को लोकप्रिय बैसरन घास के मैदान में हुआ, जहां आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया। इस हमले में देश के 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
‘भारतीय सेना 20 मिनट में पहुंची’
इस बीच, अहमदाबाद के एक पर्यटक ऋषि भट्ट नेजो ने कहा कि पहलगाम हमले के दौरान वे ज़िपलाइनिंग कर रहे थे। वह भारतीय सेना के आभारी हैं, सेना ने 20 मिनट में मोर्चा संभाल लिया था। भट्ट ने कहा,