
वर्ष 2019 में 47 पंजाबी मैदान में थे और 22 ने चुनाव जीता था। हर चुनाव की बात करें तो पंजाबी उम्मीदवार भी बढ़े है और अधिक सीटों पर जीत भी दर्ज की है। दरअसल कनाडा के इलाके ऐसे है जहां पर पंजाबी समुदाय का वोट ही जीत हार का फैसला करता है। ओंटारियों के ओटावा, ब्रैप्टन, मिसीसागा के अलावा वाटरलू और ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकुवर, सरीं और विक्टोरिया, अलबर्टा और मैनिटोबा में पंजाबियों का जबरदस्त बोलबाला है। उक्त क्षेत्र में पंजाबी अधिक रहते है।
यह पंजाबी उम्मीदवार खड़े थे मैदान में
एनडीपी अध्यक्ष जगमीत सिंह बर्नबी सेंट्रल सीट से फिर से चुनाव लड़े जोकि इस चुनाव में हार गए। लिबरल ने डोरुअल लाचिन लासेले से अंजू ढिल्लों, ब्रैम्पटन सेंटर से अमनदीप सोढी, ब्रैम्पटन ईस्ट से मनिंदर सिद्धू, ब्रैम्पटन नार्थ से रूबी सहोता, ब्रैम्पटन साउथ से सोनिया सिद्धू, विन्निपेग सेंटर से राहुल वालिया, एडमोंटन साउथईस्ट से अमरजीत सिंह सोही।
ऑक्सफोर्ड से अर्पण खन्ना, विंडसर वेस्ट से हरब गिल, एडमिंटन गेटवे से टिम उप्पल, एडमिंटन साउथईस्ट से जगशरण सिंह महल, कैलगरी ईस्ट से जसराज हेल्लरां, कैलगरी मैकनाइट से दलविंदर गिल, कैलगरी स्काईव्यू से अमनप्रीत एस गिल, एबाट्सफोर्ड साउथ लैंगली से सुखमन गिल, डेल्टा से जेसी सहोता, फ्लीटवुड पोर्टकिल्स से सुख पंधेर, सरी सेंटर से राजवीर ढिल्लों, सरे न्यूटन से हरजीत सिंह गिल और वैंकूवर फ्रेजररिवर से अवि नय्यर को मैदान में उतारा है।
इन पंजाबियों ने जीत दर्ज की
रूबी सहोता, मनिंदर सिद्धू, अमनदीप सोही, सुखदीप कंग, अमरजीत गिल. अनीता आनंद, बरदीश चगर, अंजू ढिल्लो, सुख धालीवाल, इकविंदर सिंह, रणदीप सराय, गुरबख्श सैनी, परम बैंस, जसराज हलन, दलविंदर गिल, अमनप्रीत गिल, अरपन खन्ना, टिम उप्पल, परम गिल, सुखमन गिल, जगशरण सिंह माहल, हर्ब गिल शामिल है।