विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक, पानी के मुद्दे पर सरकार को समर्थन

चंडीगढ़।
चंडीगढ़ में पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक। एक बैठक कक्ष में कांग्रेस विधायक और नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा बैठे हैं।
आज हमने पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र से पहले कांग्रेस विधायक दल की एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पंजाब के पानी के मुद्दे पर हमारी रणनीति तय करना था।
हमने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि पंजाब के पानी को किसी भी कीमत पर दूसरे राज्यों को नहीं दिया जाएगा। यह पंजाब के किसानों और हमारे राज्य के भविष्य का सवाल है। हम इस मुद्दे पर सरकार के साथ पूरी तरह से खड़े हैं।
लेकिन हरियाणा के कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने तो हरियाणा के पक्ष में बयान दिया है?
देखिए, हर राजनीतिक दल के नेता अपने राज्य के हितों की बात करते हैं। रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा के दृष्टिकोण से अपना बयान दिया है। इसी तरह, हरियाणा के आप और भाजपा नेताओं ने भी अपने राज्य का पक्ष रखा है। लेकिन हम पंजाब के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पंजाब का पानी पंजाब का है, और हम इसे किसी को नहीं देंगे। यह हमारी स्पष्ट और दृढ़ नीति है।
बैठक में हमने कुछ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की है, जिन्हें हम सोमवार को विधानसभा में उठाएंगे। हम पंजाब के लोगों की आवाज को बुलंद करेंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे।
पंजाब का पानी हमारे लिए जीवन रेखा है। हमारे किसान सिंचाई के लिए इस पर निर्भर हैं। हमारे उद्योगों को पानी की आवश्यकता है। हम अपने पानी को किसी भी कीमत पर नहीं खो सकते।
यह कोई नया मुद्दा नहीं है। 1966 से लेकर अब तक, हमने इस मुद्दे पर आठ प्रस्ताव पारित किए हैं। अंतिम प्रस्ताव अक्टूबर 2023 में पारित किया गया था, जब सुप्रीम कोर्ट ने एसवाईएल नहर के निर्माण के लिए केंद्र सरकार को सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया था।
लेकिन हम स्पष्ट हैं। हम एसवाईएल नहर का निर्माण नहीं होने देंगे। यह पंजाब के साथ अन्याय होगा।
हम इस मुद्दे पर सरकार के साथ हैं। हम पंजाब के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। हम एकजुट हैं और हम मजबूती से खड़े हैं।