
UP DESK : बलरामपुर जनपद के महाराजगंज तराई थाना अंतर्गत एक गांव में सात साल की बच्ची से मजदूर ने हैवानियत की हदें पार कर दी। घर के पास खेल रही बच्ची को मजदूर ने एक कमरे में बंद कर लिया। फिर उससे दुष्कर्म का प्रयास किया। बच्ची के शोर मचाने पर आरोपित ने उसके मुंह में बालू भरकर गले में कील ठोंक दी। जिससे वह बेहोश हो गई। जानकारी होने पर परिजन बच्ची को जिला अस्पताल लेकर आए, लेकिन हालत नाजुक होता देख डॉक्टरों ने बच्ची को लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में रेफर कर दिया। फिलहाल, बच्ची के चाचा की लिखित शिकायत पर पुलिस ने आरोपित मजदूर के खिलाफ सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्जकर तफ्तीश शुरू कर दी है।
महाराजगंज तराई प्रभारी निरीक्षक दिग्विजय यादव के मुताबिक, पीड़िता के चाचा ने मजदूर शिवकुमार के खिलाफ तहरीर दी है। लिखित शिकायत में पीड़ित ने बताया कि उनके घर के समीप वकील अहमद मकान निर्माण करवा रहे हैं। शिवकुमार वहां मजदूरी करता है। बताया कि 15 मई को उनकी भतीजी (07) घर के बाहर खेल रही थी। तभी, शिवकुमार गलत नीयत से भतीजी को पकड़ कर निर्माणाधीन बिल्डिंग में लेकर गया। जिसके बाद आरोपित बच्ची के साथ गलत हरकत करने लगा। बच्ची के शोर मचाने पर आरोपित ने उसके मुंह में बालू भर दी। बाद में गले में कील ठोंक दी, जिससे उनकी भतीजी बेहोश हो गई। हालांकि, बच्ची को मृत समझकर शिवकुमार मजदूरी करने लगा।
करीब चार घंटे बाद होश में आई भतीजी लहूलुहान हालत में घर पहुंची। बच्ची की हालत को देखकर परिजन घबरा गए। इसके बाद वह बच्ची को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान बच्ची ने रास्ते में परिजनों को आपबीती सुनाई। जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने बच्ची की हालत को देखकर उसे लखनऊ के केजीएमयू में रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में बच्ची के गले का ऑपरेशन कर कील बाहर निकाल दी गई है, लेकिन उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
मजदूर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित मजदूर के खिलाफ हत्या के प्रयास और दुष्कर्म के प्रयास की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।