
पुंछ में सबसे अधिक 14 लोगों की हुई है मौत
पुंछ के विधायक एजाज अहमद जान ने कहा कि हमारे क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। पुंछ में ही सबसे ज्यादा 14 लोगों की मौत हुई है और कई मकान तबाह हुए हैं। हमारी 90 में से 60 पंचायतों में ज्यादा नुकसान हुआ है, क्योंकि यह सभी एलओसी के साथ सटी हैं। कोई भी गांव ऐसा नहीं है जहां गोलाबारी का असर न हुआ हो।
कइयों के सिर पर छत नहीं, जल्द मिले मुआवजा
जिला बारामुला में उरी और जिला कुपवाड़ा के करनाह, टंगडार में मकानों, दुकानों, स्कूल समेत एक हजार से ज्यादा इमारती ढांचे क्षतिग्रस्त हुए हैं। लगभग 300 मकान पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं और शेष की स्थिति ऐसी है कि उन्हें रहने लायक बनाने के लिए बड़े पैमाने पर मरम्मत की जरूरत है। उड़ी के विधायक डॉ. सज्जाद ने कहा कि मुआवजा जल्द दिया जाना चाहिए। कई लोगों के सिर पर छत नहीं है।मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला गत दिनों यहां उड़ी आए थे, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी दौरा किया था। उन्होंने यकीन दिलाया है कि वह मुआवजा जल्द जारी करेंगे। हमने अपनी रिपोर्ट दे दी है। राजस्व विभाग भी अपने तौर पर सर्वे कर रहा है। यहां फसलों और बागों को भी नुकसान पहुंचा है।
केंद्र सरकार से पैकेज की मांग करेगी सरकार
मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी ने कहा कि सरकार प्रभावित गांवों में पुनर्वास व राहत कार्यों, बंकर निर्माण के लिए केंद्र सरकार से एक पर्याप्त पैकेज प्राप्त करने की संभावनाओं पर विचार करते हुए एक योजना तैयार कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रभावितों को उनके नुकसान का पर्याप्त मुआवजा मिले, कोई छूटे नहीं, इसके लिए प्रत्येक इलाके में सर्वे कराया जा रहा है।
सभी जिला उपायुक्तों से रिपोर्ट मांगी गई है। प्रत्येक गांव और पंचायत स्तर पर नुकसान का आकलन किया जा रहा है और इसमें स्थानीय प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है।
प्रत्येक क्षतिग्रस्त मकान के लिए मिले 10 लाख रुपये
करनाह के विधायक जावेद अहमद मिरचल ने कहा कि हमने सरकार से आग्रह किया है कि पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए कम से कम 10 लाख रुपये और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए कम से कम पांच लाख रुपये मुआवजा होना चाहिए। इसके अलावा गोलाबारी से नष्ट हुई दुकानों का भी मुआवजा मिलना चाहिए।