
इजराइल से जंग के बीच ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मदद मांगी है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची मॉस्को में पुतिन से मिलने गए हैं।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अराकची पुतिन को खामेनेई का एक लेटर देने वाले हैं, जिसमें पुतिन से समर्थन मांगा गया है। ईरान अभी तक रूस के समर्थन से खुश नहीं है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि ईरान रूस से किस तरह की मदद चाहता है।
इधर, इजराइली सेना ने सोमवार को तेहरान में ईरानी सेना की यूनिट इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से जुड़े ठिकानों पर हमले किए। इजराइल ने इन हमलों में सैकड़ों सैनिकों के मारे जाने का दावा किया है।
सेना ने एविन जेल, इजराइल डिस्ट्रक्शन घड़ी, IRGC के बासिज फोर्स के हेडक्वार्टर और इंटरनल सिक्योरिटी हेडक्वार्टर को टारगेट किया था। इससे पहले ईरान के फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर भी हमला किया था, जहां रविवार को अमेरिका ने बस्टर बम गिराए थे।
दूसरी तरफ, सीरिया के हसाका प्रांत में एक अमेरिकी मिलिट्री बेस पर हमला हुआ है। हालांकि, यह हमला ईरान ने किया या नहीं, यह पता नहीं चला है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान अपने परमाणु ठिकानों पर हमलों के जवाब में मिडिल ईस्ट स्थित अमेरिकी ठिकानों पर हमला करने की योजना बना रहा है।