
हिमाचल डेस्क। रविवार को सुबह से ही हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में तेज बारिश शुरू हो गई। इस वजह से राहत और बचाव कार्यों में दिक्कतें आने लगी हैं। इसी दौरान पद्धर उपमंडल की चौहार घाटी की ग्राम पंचायत सिल्हबुधाणी में बादल फट गया। इस घटना में ग्रामीणों की उपजाऊ ज़मीन बह गई। अच्छी बात यह है कि अब तक किसी की जान जाने की खबर नहीं है। प्रशासन की टीम को तुरंत घटनास्थल के लिए भेज दिया गया है।
नाले में आई बाढ़, खेत और जमीनें डूबीं
बताया जा रहा है कि गांव के पास बहने वाले एक नाले में अचानक बाढ़ आ गई। नाले के आसपास की ज़मीन इसकी चपेट में आ गई और बह गई। प्रशासन की टीम मौके पर पहुँचकर हालात का सही आकलन करेगी।
इधर, सराज इलाके में भी लगातार बारिश से लोग डरे हुए हैं। प्रशासन द्वारा जारी अलर्ट के कारण लोग देर रात तक जागते रहे। रात करीब 2 बजे हल्की बारिश शुरू हुई, लेकिन सुबह होते-होते बारिश तेज़ हो गई।
55 लोग अब भी लापता, 18 शव मिले
30 जून को हुई भारी बारिश के बाद से अब तक 55 लोग लापता हैं। राहत कार्य जारी है और अब तक 18 शव बरामद किए जा चुके हैं। प्रशासन ने शनिवार को सराज में राहत कार्य शुरू कर दिया था, लेकिन रविवार की बारिश ने मुश्किलें और बढ़ा दीं। सड़कें बंद होने की वजह से राहत सामग्री और टीम को पहुँचने में भी परेशानी हो रही है।
तीन फुटब्रिज और एक पुल बह गए
शनिवार देर रात सिल्हबुधाणी पंचायत के कोरतंग गांव में बादल फटने से भारी तबाही मच गई। इस घटना में एक बस चलने लायक बड़ा पुल और तीन पैदल पुल (फुटब्रिज) पूरी तरह से पानी में बह गए। इसके अलावा, ग्रामीणों की उपजाऊ ज़मीन, खड़ी फसलें और बगीचे भी मलबे और पानी में समा गए। इससे लोगों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
स्थानीय नेताओं और प्रशासन की प्रतिक्रिया
पंचायत प्रधान प्रेम सिंह ठाकुर और बीडीसी सदस्य कमला ठाकुर ने बताया कि इस घटना में किसी की जान नहीं गई, लेकिन गांव की ज़मीन और पुल टूटने से भारी नुकसान हुआ है। एसडीएम सुरजीत सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रशासन की टीम मौके पर रवाना हो चुकी है और नुकसान का आकलन प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।