Mumbai, 6 जुलाई 2025 – बॉलीवुड के ‘Perfectionist’ Aamir Khan की हालिया फिल्म Sitaare Zameen Par ने Box Office पर जबरदस्त कमाई करते हुए 2025 की चौथी सबसे बड़ी हिंदी फिल्म का दर्जा हासिल कर लिया है। इस उपलब्धि से फिल्म ने Akshay Kumar की Sky Force और Salman Khan की Sikandar जैसी बड़ी फिल्मों को पीछे छोड़ दिया है ।
कमाई और प्रदर्शन
-
रिलीज के पहले 11 दिनों में फिल्म ने लगभग ₹130 करोड़ का कलेक्शन किया है, जिसमें दूसरे सोमवार के दिन ₹3.75 करोड़ की अच्छी-खासी आमदनी दर्ज की गई
-
पहले सप्ताह में कुल ₹88.9 करोड़ इकट्ठा हुए, और रिलीज के दूसरे हफ्ते में भी यह स्थिर प्रदर्शन जारी रहा
-
Genelia D’Souza के साथ Aamir की केमिस्ट्री, समाज में विशेष बच्चों के प्रति सहानुभूति जगाने वाली कहानी और मजबूत क्लासिकल narrative ने इसे दर्शकों का पसंदीदा बना दिया।
Aamir Khan के कार्य और रणनीति
-
Aamir ने WAVES 2025 Summit में Bollywood के theatre network को व्यापक बनाने की आवश्यकता पर बल दिया था, ताकि दर्शकों की पहुंच बढ़े और आमदनी में सुधार हो सके
-
वर्ष 2025 में Aamir ने खुद को कई प्रोजेक्ट्स में सक्रिय रखा; उनमें शामिल हैं अपनी YouTube चैनल Aamir Khan Talkies की शुरुआत और आने वाली बड़ी फिल्म Lahore 1947 पर काम
-
पिछले महीने उन्होंने संकेत दिया था कि Mahabharata प्रोजेक्ट उनके करियर का अंतिम बड़ा प्रयास हो सकता है
इंडस्ट्री और दर्शकों का रुझान
-
Bollywood 2025 में पुरानी फ्रेंचाइजी का पुनरुत्थान जारी है; Housefull 5, Baaghi 4, Jolly LLB 3, War 2 जैसी फिल्मों की होड़ लगी है, लेकिन Aamir की Sitaare Zameen Par जैसे मूल और असरदार कंटेंट ने वही चमक दिखाई है जो उसे विशिष्ट बनाता है
-
Trade Analysts का मानना है कि दर्शक अब केवल स्टार पावर से ज्यादा substance और emotion पर आधारित कहानियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
आगे की राह
-
Lahore 1947 और Mahabharata जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स की समयबद्धता पर नजरें लगी हुई हैं।
-
Aamir की theatrical रणनीति – छोटे शहरों के theatres को जोड़ना – पूरे उद्योग की reach को व्यापक बनाने में अहम होगी। यह मॉडल भविष्य में दूसरे निर्माताओं के लिए भी मार्गदर्शक साबित हो सकता है
निष्कर्ष
Aamir Khan ने Sitaare Zameen Par के जरिए साबित कर दिया है कि संतुलित commercial और meaningful content दोनों पर आधारित फिल्में भी Box Office पर सफलता पा सकती हैं। साथ ही उनकी इंडस्ट्री सुधार की सोच और खामोश क्रिएटिविटी भारतीय सिनेमा के भविष्य को नई दिशा दे रही है।